उत्तर प्रदेश के भदोही जनपद स्थित ज्ञानपुर विधानसभा से बाहुबली विधायक विजय मिश्र के रिश्तेदार कृष्ण मोहन तिवारी और भतीजे ब्लॉक प्रमुख मनीष मिश्रा की मुश्किलें अब बढ़ गई हैं। उनके खिलाफ मुंबई में दर्ज दुष्कर्म के मुकदमे के मामले में महाराष्ट्र पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए भदोही जिले में पहुंच गई है।महाराष्ट्र के कल्याण इलाके की एक युवती ने कांदिवली थाने में गत आठ जनवरी 2021 को दोनों के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। उसने आरोप लगाया था कि ज्ञानपुर ब्लॉक प्रमुख मनीष मिश्रा और रिश्तेदार कृष्ण मोहन तिवारी ने कांदिवली के एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में नौकरी दिलाने के लिए 15 अगस्त 2019 को बुलाया था। वहां झांसा देकर दोनों ने दुष्कर्म किया। इसके कुछ दिन बाद एक होटल में बुलाकर कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ पिलाकर शारीरिक शोषण किया और वीडियो बना लिया। इसके बाद लगातार वीडियो वायरल करने की धमकी देकर दिसंबर 2020 तक कई बार उसके साथ दुष्कर्म किया गया। ज्ञानपुर ब्लॉक प्रमुख ने मुकदमा को बताया फर्जी
अब उसी प्रकरण में सोमवार को मुंबई के कांदिवली थाने की पुलिस गोपीगंज कोतवाली पहुंची। यहां की पुलिस को लेकर विधायक के रिश्तेदार कृष्ण मोहन तिवारी के धनापुर आवास पर गई, लेकिन वहां दोनों नहीं मिले। इस संबंध में ज्ञानपुर ब्लॉक प्रमुख मनीष मिश्रा ने कहा कि उनके खिलाफ दर्ज मुकदमा फर्जी है।उन्होंने बताया कि वह 2014 के बाद मुंबई गए ही नहीं। मेरा मोबाइल नंबर चेक करा लिया जाए। इसके साथ ही उन्होंने ज्ञानपुर विधायक के रिश्तेदारों को फर्जी मुकदमे में फंसाने का आरोप भी लगाया। कुछ दिन पूर्व कृष्ण मोहन तिवारी, उनके बेटों और रिश्तेदार पर भी मुंबई में ही केस दर्ज कराया गया था। वह नार्को टेस्ट के लिए तैयार हैं। पंचायत चुनाव में उनकी राजनीतिक छवि को धूमिल करने का प्रयास हो रहा है।
उत्तर प्रदेश के भदोही जनपद स्थित ज्ञानपुर विधानसभा से बाहुबली विधायक विजय मिश्र के रिश्तेदार कृष्ण मोहन तिवारी और भतीजे ब्लॉक प्रमुख मनीष मिश्रा की मुश्किलें अब बढ़ गई हैं। उनके खिलाफ मुंबई में दर्ज दुष्कर्म के मुकदमे के मामले में महाराष्ट्र पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए भदोही जिले में पहुंच गई है।
महाराष्ट्र के कल्याण इलाके की एक युवती ने कांदिवली थाने में गत आठ जनवरी 2021 को दोनों के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। उसने आरोप लगाया था कि ज्ञानपुर ब्लॉक प्रमुख मनीष मिश्रा और रिश्तेदार कृष्ण मोहन तिवारी ने कांदिवली के एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में नौकरी दिलाने के लिए 15 अगस्त 2019 को बुलाया था। वहां झांसा देकर दोनों ने दुष्कर्म किया। इसके कुछ दिन बाद एक होटल में बुलाकर कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ पिलाकर शारीरिक शोषण किया और वीडियो बना लिया। इसके बाद लगातार वीडियो वायरल करने की धमकी देकर दिसंबर 2020 तक कई बार उसके साथ दुष्कर्म किया गया।
ज्ञानपुर ब्लॉक प्रमुख ने मुकदमा को बताया फर्जी
अब उसी प्रकरण में सोमवार को मुंबई के कांदिवली थाने की पुलिस गोपीगंज कोतवाली पहुंची। यहां की पुलिस को लेकर विधायक के रिश्तेदार कृष्ण मोहन तिवारी के धनापुर आवास पर गई, लेकिन वहां दोनों नहीं मिले। इस संबंध में ज्ञानपुर ब्लॉक प्रमुख मनीष मिश्रा ने कहा कि उनके खिलाफ दर्ज मुकदमा फर्जी है।उन्होंने बताया कि वह 2014 के बाद मुंबई गए ही नहीं। मेरा मोबाइल नंबर चेक करा लिया जाए। इसके साथ ही उन्होंने ज्ञानपुर विधायक के रिश्तेदारों को फर्जी मुकदमे में फंसाने का आरोप भी लगाया। कुछ दिन पूर्व कृष्ण मोहन तिवारी, उनके बेटों और रिश्तेदार पर भी मुंबई में ही केस दर्ज कराया गया था। वह नार्को टेस्ट के लिए तैयार हैं। पंचायत चुनाव में उनकी राजनीतिक छवि को धूमिल करने का प्रयास हो रहा है।
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