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माफिया मुख्तार के साथी ने कोर्ट में किया सरेंडर, अभिषेक नाम का गोरखपुर में था आतंक 

लगभग सात साल पूर्व उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के तरवां थाना क्षेत्र में ताबड़तोड़ फायरिंग कर मजदूर की हत्या करने के मामले में फरार चल रहा मुख्तार अंसारी के सहयोगी अभिषेक मिश्रा ने सोमवार को गैंगेस्टर कोर्ट में सरेंडर कर दिया। अदालत ने उसे 22 अप्रैल तक न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। अभिषेक और उसके चचेरे भाई प्रशांत के नाम का गोरखपुर में आतंक था। क्राइम ब्रांच के स्वाट टीम प्रभारी प्रशांत कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक गैंगेस्टर कोर्ट में सरेंडर करने वाला बदमाश अभिषेक मिश्रा उर्फ दीपू पुत्र लालजी है। वह गोरखपुर जिले के बेलघाट थाना क्षेत्र के भभया गांव का निवासी है। उन्होंने बताया कि अभिषेक मिश्रा माफिया मुख्तार अंसारी के गिरोह का सक्रिय सदस्य है। अभिषेक का चचेरे भाई प्रशांत मिश्रा ने 2008 में बेलाघाट थाने में घुसकर थानाध्यक्ष को गोली मारकर हत्या कर दी थी। अभिषेक और उसके भाई प्रशांत के नाम का गोरखपुर में आतंक था। इसी बीच अभिषेक, मुख्तार अंसारी गिरोह में शामिल हो गया।
साल 2014 में तरवां थाने में क्षेत्र में मुख्तार के इशारे पर ताबड़तोड़ गोली मारकर की गई मजदूर की हत्या के मामले में अभिषेक वांछित था। स्वाट टीम प्रभारी के मुताबिक अभिषेक मिश्रा करीब सात माह पूर्व इलाहाबाद के एमपी, एमएलए कोर्ट में सरेंडर किया था। वहां से नैनी जेल भेज दिया गया। करीब दो माह पूर्व वह नैनी जेल से छूटा था। इसकी जानकारी होने के बाद पुलिस अभिषेक की गिरफ्तारी के लिए उसके घर सहित अन्य ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन वह नहीं मिला। पुलिस के बढ़ते दबाव के चलते सोमवार को आजमगढ़ गैंगेस्टर कोर्ट में सरेंडर कर दिया। जहां से अदालत ने उसे जेल भेज दिया। स्वाट प्रभारी ने बताया कि 10 में से आठ जेल जा चुके हैं। मुख्तार के अलावा चिरैयाकोट का अनुज कन्नौजिया अभी फरार है। जिसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

लगभग सात साल पूर्व उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के तरवां थाना क्षेत्र में ताबड़तोड़ फायरिंग कर मजदूर की हत्या करने के मामले में फरार चल रहा मुख्तार अंसारी के सहयोगी अभिषेक मिश्रा ने सोमवार को गैंगेस्टर कोर्ट में सरेंडर कर दिया। अदालत ने उसे 22 अप्रैल तक न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। अभिषेक और उसके चचेरे भाई प्रशांत के नाम का गोरखपुर में आतंक था।

क्राइम ब्रांच के स्वाट टीम प्रभारी प्रशांत कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक गैंगेस्टर कोर्ट में सरेंडर करने वाला बदमाश अभिषेक मिश्रा उर्फ दीपू पुत्र लालजी है। वह गोरखपुर जिले के बेलघाट थाना क्षेत्र के भभया गांव का निवासी है। उन्होंने बताया कि अभिषेक मिश्रा माफिया मुख्तार अंसारी के गिरोह का सक्रिय सदस्य है। अभिषेक का चचेरे भाई प्रशांत मिश्रा ने 2008 में बेलाघाट थाने में घुसकर थानाध्यक्ष को गोली मारकर हत्या कर दी थी। अभिषेक और उसके भाई प्रशांत के नाम का गोरखपुर में आतंक था। इसी बीच अभिषेक, मुख्तार अंसारी गिरोह में शामिल हो गया।

साल 2014 में तरवां थाने में क्षेत्र में मुख्तार के इशारे पर ताबड़तोड़ गोली मारकर की गई मजदूर की हत्या के मामले में अभिषेक वांछित था। स्वाट टीम प्रभारी के मुताबिक अभिषेक मिश्रा करीब सात माह पूर्व इलाहाबाद के एमपी, एमएलए कोर्ट में सरेंडर किया था। वहां से नैनी जेल भेज दिया गया। करीब दो माह पूर्व वह नैनी जेल से छूटा था। इसकी जानकारी होने के बाद पुलिस अभिषेक की गिरफ्तारी के लिए उसके घर सहित अन्य ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन वह नहीं मिला। पुलिस के बढ़ते दबाव के चलते सोमवार को आजमगढ़ गैंगेस्टर कोर्ट में सरेंडर कर दिया। जहां से अदालत ने उसे जेल भेज दिया। स्वाट प्रभारी ने बताया कि 10 में से आठ जेल जा चुके हैं। मुख्तार के अलावा चिरैयाकोट का अनुज कन्नौजिया अभी फरार है। जिसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।