इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) के हॉस्टलों पर बिजली बिल का तकरीबन दो करोड़ रुपये बताया होने पर तहसील सदर की ओर से रिकवरी सर्टिफिकेट (आरसी) जारी की गई है। बकाया जमा बिजली विभाग की ओर से इविवि प्रशासन को दी गई समयावधि बीत चुकी है और ऐसे में जिला प्रशासन को बकाया धनराशि जमा कराने के लिए अब आरसी जारी करनी पड़ी।इविवि के हॉस्टलों पर कुल एक करोड़ 99 लाख 59 हजार पांच रुपये का बिजली बिल बकाया है। इनमें सबसे अधिक 37 लाख 71 हजार 567 रुपये बकाया जीएन झा हॉस्टल पर बकाया है। वहीं, सबसे कम 43442 रुपये का बकाया सरोज नायडू छात्रावास पर है। बकाया जमा करने के लिए बिजली विभाग की ओर से साल भर पहले भी नोटिस जारी किया गया था, लेकिन हॉस्टलों ने बकाया नहीं जमा किया।हॉस्टलों पर करोड़ों रुपये बकाया होने के कारण बिजली विभाग किसी भी दिन कनेक्शन काट सकता है। गर्मी का मौसम भी शुरू हो चुका है। ऐसे में हॉस्टलों की बिजली कटी तो छात्र-छात्राओं को काफी दिक्कत हो सकती है। इस बारे में इविवि की पीआरओ डॉ. जया कपूर का कहना है कि विश्वविद्यालय का सब स्टेशन लगने से पहले सभी हॉस्टलों का अपना कनेक्शन होता था और वह अपने बिल का भुगतान खुद करते थे। यह आरसी उसी समय अवधि की है। इसलिए हॉस्टल अपने बिल चुकाएंगे और इस पूरी प्रक्रिया का समन्वयन डीएसडब्ल्यू करेंगे।
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