अभिषेक जायसवाल, वाराणसीरिलायंस इंडस्ट्रीज की कार्यकारी निदेशक नीता अंबानी को बीएचयू में विजिटिंग प्रफेसर बनाने के प्रस्ताव पर दो अलग-अलग तरह की बातें सामने आ रही हैं। विश्ववविद्यालय के जनसम्पर्क अधिकारी ने प्रेस रिलीज जारी कर ऐसे किसी भी प्रस्ताव से इनकार किया है तो सामाजिक विज्ञान संकाय के डीन का कहना है कि उन्होंने नीता अंबानी को विजिटिंग प्रफेसर बनाने का प्रस्ताव उन्हें भेजा है।बीएचयू के सफाई के बीच सामाजिक विज्ञान संकाय की ओर से नीता अंबानी को महिला अध्ययन और विकास केंद्र में विजिटिंग प्रफेसर बनाए जाने के प्रस्ताव वाला लेटर भी अब मीडिया के सामने आ गया है। BHU के लेटर हेड पर नीता अंबानी को विजिटिंग प्रफेसर बनने के लिए उनकी सहमति मांगी गई है। इस लेटर पर सामाजिक विज्ञान संकाय के डीन कौशल किशोर मिश्रा के अलावा महिला अध्ययन और विकास केंद्र के समन्यवक के हस्ताक्षर और मुहर लगे हैं।ऐसे में ये तो साफ है कि नीता अंबानी को विश्वविद्यालय में विजिटिंग प्रफेसर बनाए जाने के प्रस्ताव को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन और सामाजिक विज्ञान संकाय के डीन आमने-सामने हैं। इस मामले में कौन सही और कौन गलत है ये तो अब जांच के बाद ही साफ होगा। एनबीटी ऑनलाइन से बातचीत में प्रफेसर कौशल किशोर मिश्रा ने बताया कि 12 मार्च को नीता अंबानी को महिला अध्ययन और विकास केंद्र में विजिटिंग प्रफेसर बनाए जाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। इस प्रस्ताव को स्वीकार करना या ना करना उनका व्यक्तित्व मामला है।रिलायंस इंडस्ट्रीज ने किया है खंडनबीएचयू में नीता अंबानी को विजिटिंग प्रफेसर बनाए जाने के प्रस्ताव को लेकर मंगलवार को छात्र वीसी आवास के सामने धरना दिया था। BHU में नीता अंबानी के विरोध के बाद बुधवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के प्रवक्ता ने ये साफ किया कि BHU की ओर से ऐसा कोई भी प्रस्ताव उन्हें नहीं मिला है। ये खबरें पूरी तरह गलत है।
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