दुधवा पार्क प्रशासन में खुशी, हो रही नामकरण की तैयारी
दुधवा टाइगर रिजर्व में गैंडों की संख्या बढ़कर हुई 43
बांकेगंज। दुधवा टाइगर रिजर्व की गैंडा पुनर्वासन योजना फेज टू से खुशखबरी आई है। यहां हाल ही में हिमांगनी मादा गैंडा ने एक शिशु को जन्म दिया है। पार्क अधिकारी अभी इस शिशु की न तस्वीर ले पाए हैं और न ही इसके लिंग का पता लगाया जा सका है। गैंडा पुनर्वासन योजना फेज टू में इस शिशु के जन्म के बाद परिवार के सदस्यों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है, जबकि दुधवा टाइगर रिजर्व में गैंडों की संख्या 42 के बजाय अब 43 हो गई है।दुधवा टाइगर रिजर्व में चल रही गैंडा पुनर्वासन योजना फेज टू की शुरूआत अप्रैल 2018 में की गई थी। बेलरायां रेंज के 14 वर्ग किलोमीटर में फैले भदीताल में तीन मादा हिमांगनी, रोहणी और कल्पना के अलावा एक नर नेपोलियन को बसाया गया था। इसमें से हिमांगनी गर्भवती थी, जिसने हाल ही में एक शिशु को जन्म दिया है।गैंडा पुनर्वासन क्षेत्र में पेट्रोलिंग करने वाली टीम ने गैंडा शिशु को देखकर यह खुशखबरी पार्क अधिकारियों को दी। दुधवा नेशनल पार्क के उपनिदेशक मनोज सोनकर ने गैंडा शिशु के जन्म के बाद भादीताल में गैंडों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। हाथियों से बराबर इनकी निगरानी की जा रही है। गैंडा शिशु की तस्वीर अभी तक नहीं ली जा सकी है। पार्क प्रशासन ने गैंडा शिशु की तस्वीर लेने के लिए गैंडा पुनर्वासन क्षेत्र में दस कैमरे लगाए गए हैं।दुधवा टाइगर रिजर्व के मुख्य वन संरक्षक/ फील्ड निदेशक संजय पाठक ने गैंडा पुनर्वासन योजना फेज टू में गैंडा शिशु को जन्म देने की पुष्टि करते हुए बताया कि जल्द ही इसके लिंग का पता लगाकर उसका नामकरण किया जाएगा।
दुधवा के प्रत्येक गैंडों को दिए गए हैं नाम
दुधवा टाइगर रिजर्व में गैंडा परिवार में इस समय कुल 42 गैंडे हैं। इस नए शिशु के जन्म से अब इनकी संख्या बढ़कर 43 हो गई है। इनमें सभी को अलग-अलग नाम दिए गए हैं। नवजात शिशु के लिंग का पता लगने के बाद उसका भी नामकरण किया जाएगा। इसके साथ ही सभी 42 गैंडों में से 38 गैंडों की वर्ष 2018 में डीएनए प्रोफाइल भी बनाई गई है। संवाद
दुधवा पार्क प्रशासन में खुशी, हो रही नामकरण की तैयारी
दुधवा टाइगर रिजर्व में गैंडों की संख्या बढ़कर हुई 43
बांकेगंज। दुधवा टाइगर रिजर्व की गैंडा पुनर्वासन योजना फेज टू से खुशखबरी आई है। यहां हाल ही में हिमांगनी मादा गैंडा ने एक शिशु को जन्म दिया है। पार्क अधिकारी अभी इस शिशु की न तस्वीर ले पाए हैं और न ही इसके लिंग का पता लगाया जा सका है। गैंडा पुनर्वासन योजना फेज टू में इस शिशु के जन्म के बाद परिवार के सदस्यों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है, जबकि दुधवा टाइगर रिजर्व में गैंडों की संख्या 42 के बजाय अब 43 हो गई है।
दुधवा टाइगर रिजर्व में चल रही गैंडा पुनर्वासन योजना फेज टू की शुरूआत अप्रैल 2018 में की गई थी। बेलरायां रेंज के 14 वर्ग किलोमीटर में फैले भदीताल में तीन मादा हिमांगनी, रोहणी और कल्पना के अलावा एक नर नेपोलियन को बसाया गया था। इसमें से हिमांगनी गर्भवती थी, जिसने हाल ही में एक शिशु को जन्म दिया है।
गैंडा पुनर्वासन क्षेत्र में पेट्रोलिंग करने वाली टीम ने गैंडा शिशु को देखकर यह खुशखबरी पार्क अधिकारियों को दी। दुधवा नेशनल पार्क के उपनिदेशक मनोज सोनकर ने गैंडा शिशु के जन्म के बाद भादीताल में गैंडों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। हाथियों से बराबर इनकी निगरानी की जा रही है। गैंडा शिशु की तस्वीर अभी तक नहीं ली जा सकी है। पार्क प्रशासन ने गैंडा शिशु की तस्वीर लेने के लिए गैंडा पुनर्वासन क्षेत्र में दस कैमरे लगाए गए हैं।
More Stories
Rishikesh में “अमृत कल्प” आयुर्वेद महोत्सव में 1500 चिकित्सकों ने मिलकर बनाया विश्व कीर्तिमान, जानें इस ऐतिहासिक आयोजन के बारे में
Jhansi पुलिस और एसओजी की जबरदस्त कार्रवाई: अपहृत नर्सिंग छात्रा नोएडा से सकुशल बरामद
Mainpuri में युवती की हत्या: करहल उपचुनाव के कारण सियासी घमासान, सपा और भाजपा में आरोप-प्रत्यारोप