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लॉकडाउन, पिता की मौत, छूट गई पढ़ाई… छात्रा के ओरिजनल डॉक्युमेंट्स जमा करा ‘ब्लैकमेल’ कर रहा कानपुर का एक्सिस कॉलेज!

कानपुर
उत्तर प्रदेश के कानपुर में प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज में ऐडमिशन लेने वालों छात्रों से वेरीफिकेशन के नाम पर ओरिजनल डॉक्युमेंट्स जमा कराने का चलन है। डॉक्युमेंट्स जमा कराने का मकसद स्टूडेंट्स से अलग-अलग तरह से पैसे ऐंठना है। एक ऐसा ही मामला सामने आया है कानपुर के एक्सिस कॉलेज से। छात्रा ने एक्सिस कॉलेज में बीटेक करने के लिए ऐडमीशन लिया था। पहले ही सेमेस्टर में छात्रा के पिता की मौत हो गई। इसके बाद छात्रा की तबीयत खराब हो गई। जिसकी वजह से उसे पढ़ाई छोड़नी पड़ी। आरोप है कि छात्रा जब ओरिजनल डॉक्युमेंट्स लेने गई तो, कॉलेज प्रशासन ने कहा कि पहले चार साल की फीस जमा करो। इसके बाद ओरिजनल डॉक्युमेंट्स मिलेंगें। जिसकी वजह से छात्रा तनाव में है।

जानकारी के मुताबिक, नौबस्ता थाना क्षेत्र स्थित संजय गांधी नगर में रहने वाली नेहा दुबे और उसका परिवार डिप्रेशन में जीने को मजबूर है। नेहा दुबे ने 2019 में एक्सिस कॉलेज में बीटेक में ऐडमिशन में लिया था। बीटेक की एक साल की फीस 80 हजार रुपए थी। लेकिन नेहा ने ऐडमिशन के साथ 50 हजार रुपए जमा किए थे। ऐडमिशन के वक्त कॉलेज ने वेरीफिकेशन के नाम पर हाईस्कूल, इंटर के ओरिजनल डॉक्युमेंट्स जमा करा लिए थे। पहले सेमेस्ट की शुरूआती महीनों में क्लास ज्वाईंन की थी।

पिता के निधन के बाद छोड़नी पड़ी पढ़ाई
नेहा दुबे ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से कॉलेज बंद हो गए थे। इसके बाद बीते 18 जून को पिता अशोक दुबे का निधन हो गया। इसके बाद मेरी तबीयत खराब हो गई। जिसकी वजह से मुझे पढ़ाई छोड़नी, और मैंने पहले सेमेस्टर के एग्जाम भी नहीं दिए थे। घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण पहले ही सेमेस्टर से पढ़ाई छोड़नी पड़ गई।

छात्रा और उसका परिवार डिप्रेशन में
नेहा ने बताया कि बीटेक की पढ़ाई छोड़ने के बाद मैं अपने अंकल के साथ अपने ओरिजनल डॉक्युमेंट्स लेने के लिए कॉलेज गई थी। मुझसे कॉलेज प्रशासन ने कहा कि आप के ओरिजनल डॉक्युमेंट्स नहीं दे सकते है। बीटेक की पढ़ाई छोड़ने की वजह से कॉलेज की एक सीट बेकार हो गई है। यदि ओरिजनल डॉक्युमेंट्स चाहिए तो चार साल की फीस जमा करनी पड़ेगी। कॉलेज प्रशासन डॉक्युमेंट्स देने को तैयार नहीं है। जिसकी वजह से मैं और पूरा परिवार परेशान है। ओरिजनल डॉक्युमेंट्स नहीं होने की वजह से मैं प्रतियोगी परीक्षाओं के फार्म नहीं भर पा रही हूं।

कॉलेज प्रशासन द्वारा ऑरिजनल डॉक्युमेंट्स जमा करने का मामला जब मीडिया में आया तो कॉलेज प्रबंधन के सुर बदल गए। रजिस्ट्रारार विवेक कुशवाहा से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने कहा कि यदि छात्रा को ओरिजनल डॉक्युमेंट्स चाहिए तो इसके लिए डॉयरेक्टर को पत्र लिखना पड़ेगा। ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि पढ़ाई छोड़ने पर किसी स्टूडेंट के ओरिजनल डॉक्युमेंट्स नहीं दिए जाएं।