नोएडा बिल्डर-बॉयर मुद्दे पर मुख्य सचिव की बैठक के बाद नोएडा अथॉरिटी ने रजिस्ट्री कैंप लगाने की रूपरेखा तैयार कर ली है। अथॉरिटी 15 हजार 400 फ्लैट्स की रजिस्ट्री के लिए कैंप लगाएगी। इनमें 10 हजार फ्लैट्स आम्रपाली बिल्डर्स के अलग-अलग प्रॉजेक्ट के हैं। 5400 फ्लैट दूसरे बिल्डर्स के 8 प्रॉजेक्ट के हैं, जिनका नो-ड्यूज सर्टिफिकेट अथॉरिटी से जारी हो चुका है। इन 8 बिल्डर को अथॉरिटी ने रजिस्ट्री कैंप आयोजन को लेकर पत्र नोएडा अथॉरिटी ने सोमवार को भेजे। वहीं आम्रपाली के 3 प्रॉजेक्ट के 370 फ्लैट्स की रजिस्ट्री प्रक्रिया शुरू करवाने की जानकारी कोर्ट की तरफ से नियुक्त रिसीवर की तरफ से नोएडा अथॉरिटी को दी जा चुकी है।इन 8 प्रॉजेक्ट की रजिस्ट्री 31 तक: अथॉरिटी अधिकारियों का कहना है कि आम्रपाली के प्रॉजेक्ट में रजिस्ट्री का आदेश कोर्ट से हो चुका है। वहीं बाकी के बिल्डर के 8 प्रॉजेक्ट के फ्लैट चुने गए हैं उनमें बिल्डर पूरा भुगतान कर चुके हैं। इस लिहाज से इन 5400 फ्लैट्स की रजिस्ट्री में सिर्फ बिल्डर की मौजूदगी व बॉयर्स को रजिस्ट्री से जुड़ा बंदोबस्त करना है। अब बिल्डर्स को पत्र भेजकर यह जानकारी दी गई है कि वो खरीदारों को सूचना दें। इन 8 प्रॉजेक्ट में सेक्टर 50 के अंतरिक्ष, सेक्टर 78 का ओरियन, सेक्टर 137 पंचशील, सेक्टर 75 का एपेक्स, सेक्टर 50 का वेस्टेक और सेक्टर 45 का रानी प्रमोटर्स शामिल है। अथॉरिटी ने इन 8 प्रॉजेक्ट के फ्लैट की रजिस्ट्री कराने का लक्ष्य 31 मार्च तक का रखा है। कैंप लगाने के लिए रजिस्ट्री विभाग से भी अधिकारियों ने संपर्क किया है।आम्रपाली के इन तीन प्रॉजेक्ट में रजिस्ट्री की सूची तैयार: आम्रपाली के प्रॉजेक्ट्स में कोर्ट की तरफ से नियुक्त किए गए रिसीवर स्तर से तीन प्रॉजेक्ट के 370 फ्लैट्स की रजिस्ट्री प्रक्रिया शुरू कराने की जानकारी नोएडा अथॉरिटी को दी गई है। अथॉरिटी से मिली जानकारी के मुताबिक इसमें आम्रपाली सफायर फेज-1 के 29, सफायर-2 के 47, प्रिंसले एस्टेट के 294 फ्लैट्स हैं। इसमें सफायर की यह चौथी सूची है। अब आगे की तैयारी आम्रपाली में आम्रपाली जोडियक की रजिस्ट्री को लेकर है लेकिन सोसायटी बड़ी होने की वजह से थोड़ा समय जरूर लगेगा।सिंगल फ्लैट रजिस्ट्री के लिए 3 प्रॉजेक्ट को मंजूरी: रजिस्ट्री में तेजी लाने के लिए बिल्डर्स की तरफ से सिंगल फ्लैट व्यवस्था की मांग की जाती रही है। मुख्य सचिव की बैठक के बाद नोएडा अथॉरिटी ने दो बिल्डर को सिंगल फ्लैट रजिस्ट्री की मंजूरी दी है। इनके प्रॉजेक्ट सेक्टर-78 महागुन और पारस बिल्डर का सेक्टर 137 व 168 है। इस व्यवस्था में पहले भी कुछ बिल्डर्स ने मंजूरी ली थी। इनमें से दो बिल्डर तो दो बार मंजूरी ली लेकिन रजिस्ट्री नहीं शुरू करवा पाए। अथॉरिटी की सिंगल फ्लैट रजिस्ट्री स्कीम में शर्त यह है कि पूरे प्रॉजेक्ट में बिल्डर का बकाया फ्लैट्स की संख्या के मुताबिक विभाजित होगा। इसके बाद एक फ्लैट पर जितनी रकम आएगी उसे बिल्डर को जमा कर रजिस्ट्री कराने की मंजूरी दी जाएगी। कई बिल्डर्स जिनका प्रॉजेक्ट में करोड़ों रुपये बकाया है और कुछ ही फ्लैट्स रजिस्ट्री के लिए बचे हैं वह इस स्कीम की तरफ आकर्षित नहीं हो रहे हैं।
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