सोलर सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा अयोध्या, प्रयगराज, वाराणसी और गोरखपुर, एक उज्ज्वल भविष्य की ओर यूपी- Yogi Adityanath

उत्तर प्रदेश, भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य, ऊर्जा क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है। विशेष रूप से, मुख्यमंत्री Yogi Adityanath के नेतृत्व में राज्य सरकार ने सौर ऊर्जा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिससे उत्तर प्रदेश रिन्यूएबल एनर्जी का एक प्रमुख केंद्र बनने की ओर अग्रसर है।

मुख्यमंत्री Yogi Adityanath ने हाल ही में अयोध्या, प्रयागराज, वाराणसी और गोरखपुर को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने की योजना की घोषणा की है। ये शहर न केवल ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व रखते हैं, बल्कि अब ऊर्जा के क्षेत्र में भी अपनी पहचान बना रहे हैं। योगी आदित्यनाथ का दृष्टिकोण यह है कि उत्तर प्रदेश में सौर ऊर्जा के उत्पादन की अत्यधिक संभावनाएं हैं, खासकर बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्रों में। इन क्षेत्रों में सौर ऊर्जा का दोहन करके राज्य को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है।

अवाडा सोलर पावर प्रोजेक्ट: एक नया अध्याय

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में बांदा जिले में 70 मेगावाट के अवाडा सोलर पावर प्रोजेक्ट का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया। यह परियोजना उत्तर प्रदेश वैश्विक निवेश सम्मेलन के दौरान प्राप्त हुए निवेश प्रस्तावों के धरातल पर उतरने का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से चार सौ से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा, जो राज्य की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगा।

अवाडा सोलर पावर प्रोजेक्ट का उद्घाटन न केवल एक तकनीकी उपलब्धि है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश सरकार की दूरदृष्टि का भी प्रतीक है। प्रदेश सरकार ने 22,000 मेगावाट के ग्रीन एनर्जी कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया है, जिसके लिए 23,000 एकड़ भूमि को चिह्नित किया गया है। इसके अलावा, सरकार ने सौर एवं जैव ऊर्जा नीति-2022 और ग्रीन हाइड्रोजन नीति-2024 को लागू करके इस दिशा में ठोस कदम उठाए हैं।

उत्तर प्रदेश का सौर ऊर्जा पोटेंशियल

उत्तर प्रदेश में सौर ऊर्जा के उत्पादन की अत्यधिक संभावनाएं हैं। राज्य में व्यापक भूमि और अनुकूल जलवायु स्थितियों के कारण सौर ऊर्जा का दोहन करना संभव हो सका है। बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र, जो पहले से ही अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण कम विकासशील माने जाते थे, अब सौर ऊर्जा के उत्पादन के केंद्र बन सकते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अवाडा ग्रुप को सुझाव दिया है कि वे अन्य क्षेत्रों में भी सौर ऊर्जा प्लांट की संभावनाएं तलाशें, जिससे राज्य के अन्य हिस्सों में भी ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा मिल सके।

सौर ऊर्जा के माध्यम से रोजगार और विकास

सौर ऊर्जा न केवल ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देती है, बल्कि यह रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करती है। उत्तर प्रदेश में सोलर पावर प्रोजेक्ट्स के विकास के साथ-साथ हजारों लोगों को रोजगार प्राप्त हो रहा है। इन परियोजनाओं से जुड़े विभिन्न कार्यों जैसे सोलर पैनल की स्थापना, रखरखाव, और अन्य तकनीकी कार्यों के लिए प्रशिक्षित मानव संसाधन की आवश्यकता होती है, जो राज्य के युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है।

पीएम सूर्य घर योजना: सौर ऊर्जा की ओर एक कदम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई पीएम सूर्य घर योजना के तहत उत्तर प्रदेश में 25 लाख घरों पर सोलर पैनल स्थापित किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। इस योजना के तहत अब तक 18 लाख रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं, जो यह दर्शाता है कि लोग सौर ऊर्जा की दिशा में बढ़ रहे हैं। सोलर पैनल की स्थापना न केवल बिजली की खपत को कम करती है, बल्कि यह घरों को ऊर्जा आत्मनिर्भर भी बनाती है।

भ्रष्टाचार में कमी और सुशासन की दिशा में पहल

Yogi Adityanath सरकार ने भ्रष्टाचार को कम करने और सुशासन को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की हैं। राज्य सरकार ने विभिन्न सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित की है और ऑनलाइन प्रक्रियाओं के माध्यम से योजनाओं का लाभ सीधे जनता तक पहुंचाया है। सौर ऊर्जा के क्षेत्र में भी भ्रष्टाचार की रोकथाम के लिए सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं, जिससे निवेशकों का विश्वास बढ़ा है और वे राज्य में ऊर्जा क्षेत्र में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित हो रहे हैं।

सरकारी योजनाएं और सौर ऊर्जा में प्रगति

उत्तर प्रदेश सरकार ने सौर ऊर्जा के क्षेत्र में कई योजनाएं लागू की हैं। सौर ऊर्जा नीति-2022 और ग्रीन हाइड्रोजन नीति-2024 के तहत सरकार ने सौर ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए निवेशकों को प्रोत्साहित किया है। इसके अलावा, राज्य सरकार ने सोलर पार्क्स की स्थापना के लिए भी कदम उठाए हैं, जिससे बड़े पैमाने पर सौर ऊर्जा का उत्पादन संभव हो सकेगा।

उत्तर प्रदेश में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में हो रहे विकास कार्य राज्य के उज्ज्वल भविष्य की ओर संकेत करते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य सरकार ने सौर ऊर्जा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जो न केवल राज्य को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाएंगे, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेंगे। बुंदेलखंड और विंध्य जैसे क्षेत्रों में सौर ऊर्जा के उत्पादन की संभावनाएं राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेंगी और समग्र विकास को प्रोत्साहित करेंगी। भ्रष्टाचार को कम करने और सुशासन की दिशा में किए गए प्रयासों के साथ, उत्तर प्रदेश सौर ऊर्जा के क्षेत्र में एक नई क्रांति की ओर बढ़ रहा है।

Keep Up to Date with the Most Important News

By pressing the Subscribe button, you confirm that you have read and are agreeing to our Privacy Policy and Terms of Use