Disaster Management के क्षेत्र में सही तैयारी और समन्वय अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। हाल ही में मुजफ्फरनगर के रोहाना स्थित इण्डियन पोटॉश लिमिटेड में राज्य स्तरीय मॉक एक्सरसाइज का आयोजन किया गया। इस अभ्यास का उद्देश्य विभिन्न विभागों के बीच समन्वय स्थापित करना और आपदा के समय आवश्यक तैयारी सुनिश्चित करना है।
बैठक का आयोजन
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया। इस बैठक में भूकम्प और अग्नि सुरक्षा की तैयारियों पर विस्तृत चर्चा की गई। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व गजेन्द्र कुमार ने बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक के मुख्य बिंदु
- आपदा तैयारी: बैठक में यह सुनिश्चित किया गया कि सभी विभागों के पास राहत एवं बचाव के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हों।
- समन्वय स्थापित करना: आपदा की स्थिति में विभिन्न विभागों के बीच समन्वय स्थापित करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
- जागरूकता अभियान: अधिकारियों ने आपदा से पूर्व जागरूकता चलाने की आवश्यकता पर भी चर्चा की, जिससे लोग आपदा की स्थिति में सही निर्णय ले सकें।
अधिकारियों की राय
बैठक में मौजूद अधिकारियों ने अपनी राय व्यक्त की कि अगर आपदा प्रबंधन की तैयारी सही तरीके से की जाए, तो ऐसी मॉक एक्सरसाइजों का उद्देश्य सफल हो सकता है। एसडीएम सदर निकिता शर्मा ने कहा कि इस प्रकार के अभ्यास से हमें आपातकालीन स्थितियों में बेहतर तरीके से काम करने की क्षमता विकसित करने में मदद मिलेगी।
Disaster Management का महत्व
आपदा प्रबंधन केवल सरकारी विभागों की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह समाज के हर वर्ग की जिम्मेदारी है। नागरिकों को भी आपदा के समय कैसे व्यवहार करना चाहिए, इसकी जानकारी होना आवश्यक है। इसके लिए जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना चाहिए।
राज्य स्तरीय मॉक एक्सरसाइज का उद्देश्य
यह मॉक एक्सरसाइज विभिन्न परिस्थितियों में आपातकालीन सेवाओं की तत्परता को जांचने के लिए आयोजित की गई है। इसमें भूकंप, आग, और अन्य आपदाओं के दौरान बचाव एवं राहत कार्यों की तैयारियों की समीक्षा की जाएगी। इस प्रकार के अभ्यास से वास्तविक आपदा की स्थिति में प्रतिक्रिया देने की क्षमता में सुधार होगा। बैठक में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व गजेन्द्र कुमार ने कहा कि यह राज्य स्तरीय मॉक एक्सरसाइज सफल साबित होगी। उन्होनें बैठक में उपस्थित सभी अधिकारीगणों को उनके पास राहत एंव बचाव हेतु उपलब्ध सभी संसाधनों सहित प्रस्तावित राज्य स्तरीय मॉक एक्सरसाइज में प्रतिभाग करने हेतु निर्देश दिये गये।
उन्होनें कहा कि आपदा की परिस्थिति से पूर्व यदि जागरूकता चलती रहे तो यह बडी सफलता हो सकती है। बैठक में एस०डी०एम० सदर निकिता शर्मा, खतौली मोनालिसा जौहरी, बुढाना राजकुमार, तहसीलदार खतौली श्रद्धा गुप्ता, बुढाना महेन्द्र यादव, पी०ए०सी० के प्लाटून कमाण्डर सुभाष चन्द्र, जल निगम के अधीक्षण अभियन्ता अबु जैद, जिला पूर्ति अधिकारी राधवेन्द्र कुमार सिंह, मुख्य अग्निशमन अधिकारी अनुराग कुमार, बी०डी०ओ० बुढाना सतीश कुमार, राजीव कुमार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा० जितेन्द्र गुप्ता व राहत सहायक नासिर हुसैन मौजूद रहे।
भविष्य की योजनाएं
इस मॉक एक्सरसाइज के बाद, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा नियमित रूप से प्रशिक्षण कार्यक्रम और जन जागरूकता अभियान चलाने की योजना बनाई गई है। इससे न केवल अधिकारियों की क्षमता बढ़ेगी, बल्कि आम नागरिकों को भी आपदा प्रबंधन की प्रक्रिया से अवगत कराया जाएगा।
राज्य स्तरीय मॉक एक्सरसाइज जैसे कार्यक्रमों का आयोजन आपदा प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल सरकारी अधिकारियों को प्रशिक्षित करता है, बल्कि नागरिकों में भी आपदा के प्रति जागरूकता फैलाता है। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम सभी मिलकर एक सुरक्षित और संरक्षित समाज का निर्माण करें।