न. योगी सरकार आज बजट पेशकारी। इससे पहले सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 13 प्रश्न पूछे हैं। उन्होंन्नें बीजेपी पर लगाया गया है ये आरोप. अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, यूपी का बजट 7 लाख करोड़ का हो या 8 लाख करोड़ का… सवाल यही रहेगा कि 90% जनता के लिए पीडीए का मतलब क्या है।
अलोकतांत्रिक यादव ने लिखा, वैध भाजपा की नीति आम जनता विरोधी है, वो 10% रिपब्लिकन लोगों के लिए 90% बजट है और 90% आदिवासी जनता के लिए केवल नाममात्र का 10% बजट है। यूपी की बीजेपी सरकार के आंकड़ों में न उलझाएं, सीधी बात ये जानें-
– इस बजट से तिमाही से कितनी राहत
– कितने युवाओं को रोज़गार मिलेगा
– सही में अपराध और स्मारक काम करने के उपायों पर विस्तृत खर्च
– मंदी और ज़ियामी की मार झेल रहे काम-कारोबार और कलाकारों को बढ़ावा देने के लिए क्या प्रोजॉय है
– किसान की बोरी की चोरी होगी या नहीं, फसल का सही बांध व किसानों की आय दुगुनी होगी या नहीं
– मज़दूर-श्रमिक को मेहनत की सही कीमत या नहीं
– महिलाओं को बेख़ौफ़ के घर से निकलने की प्रभावशाली जगह पर नियंत्रण के लिए जगह-जगह निशानदेही या नहीं
– कर्मचारियों को पुरानी पेंशन पेंशन या नहीं
– अच्छी औषधि, अचूक औषधि के लिए अध्ययन
– पानी घर के मालिकों और शौचालयों को किराए के रूप में बुक करने की योजना के लिए शोवटी प्रॉजेक्ट की अवधि है
– और हाँ, गुड़गांव में नावों की नावों में सवार लोगों के लिए निःशुल्क प्रशिक्षण विवरण के लिए आवेदन किया गया है
– बिजली के नवीन संयंत्रों के लिए बजट कितना है
– नई सड़क तो छोड़िए, बस इतना और बताइए कि सड़कों के खिलाफ बजट में कोई प्रस्ताव है या नहीं…???
उन्होंने लिखा- आपकी भाजपा सरकार के लिए कृप्या अपनी मोटी फाइल को जनता के सामने रखें।