करवाचौथ का त्योहार भारतीय संस्कृति में पति की लंबी उम्र के लिए मनाया जाने वाला एक विशेष अवसर है। इस दिन महिलाएं अपने पतियों की भलाई के लिए उपवासी रहती हैं और दिनभर पूजा-पाठ करती हैं। लेकिन Amethi के एक गांव में इस त्योहार पर एक दिल दहला देने वाली वारदात हुई, जिसने इस पवित्र दिन को स्याह बना दिया।
घटना का विवरण
Amethi गौरीगंज कोतवाली क्षेत्र के गुवावा पूरे शीतला बक्श में रहने वाली रजनीसा ने अपने पति बद्रीप्रसाद की हत्या की एक खौफनाक साजिश रची। करवाचौथ की रात, जब बद्रीप्रसाद अपनी पत्नी का इंतजार कर रहा था, रजनीसा ने एक के बाद एक अपने चार प्रेमियों को बुलाया। यह सब तब हुआ जब पति सो चुका था।
रजनीसा ने पहले सुभाष को अपने घर बुलाया, फिर अन्य प्रेमियों परमानंद, अनिल और साहिल को भी आमंत्रित किया। इन सभी ने मिलकर पति की हत्या की योजना बनाई। रजनीसा ने बाहर खड़ी होकर ग्रामीणों से कहा कि पति की तबीयत खराब है, जबकि अंदर पति बद्रीप्रसाद की हत्या की जा रही थी।
मौत का कारण और पुलिस जांच
जब बद्रीप्रसाद रात दो बजे खेतों से अपने घर लौटा, तो उसे अचानक गले में दर्द हुआ। रजनीसा ने उसे गांव के दुकान से दवा खिलाई, लेकिन इसके कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। बद्रीप्रसाद की मां ने जब इस मामले की जानकारी दी, तो पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम के बाद, मौत का असली कारण पता चलाने के लिए पुलिस ने जांच शुरू की।
शव की पहचान के बाद, बद्रीप्रसाद की मां ने रजनीसा और उसके प्रेमियों के खिलाफ तहरीर दी, जिसमें हत्या का आरोप लगाया गया। पुलिस ने रजनीसा के फोन की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) निकाली, जिससे पूरी सच्चाई सामने आई।
सच्चाई का खुलासा
पुलिस जांच में पता चला कि रजनीसा का लंबे समय से सुभाष नामक युवक के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। बद्रीप्रसाद को जब इस बात की भनक लगी, तो उसने पत्नी की पिटाई की। इसके अलावा, रजनीसा के अन्य प्रेमियों परमानंद और अनिल का भी उसके साथ अवैध संबंध था। हाल ही में पड़ोस के गांव के साहिल से भी उसका संबंध बन गया था।
रविवार को, करवाचौथ की रात, रजनीसा ने अपनी योजनाबद्ध साजिश के तहत अपने प्रेमी सुभाष को बुलाया। उसके बाद सुभाष ने परमानंद, अनिल और साहिल को भी आमंत्रित किया। सोते समय, चारों प्रेमियों ने मिलकर बद्रीप्रसाद का गला दबाना शुरू किया। बद्रीप्रसाद ने जब चिल्लाने की कोशिश की, तो पास के गांव के लोग उसकी मदद के लिए दौड़े, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
सामाजिक और कानूनी निहितार्थ
इस मामले ने समाज में पारिवारिक मूल्यों और रिश्तों की कमजोरियों को उजागर किया है। करवा चौथ जैसे त्योहार पर इस प्रकार की वारदातें समाज में महिलाओं की स्थिति और रिश्तों की जटिलताओं को दर्शाती हैं। इसके पीछे क्या कारण हैं, यह जानने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। यह सुनिश्चित करना होगा कि आरोपी अपनी सजा का सामना करें और समाज में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कानून लागू किए जाएं।
अमेठी में हुई यह घटना न केवल एक हत्या का मामला है, बल्कि यह हमारे समाज में रिश्तों की टूटन और विश्वास के संकट का भी प्रतीक है। परिवारों को एकजुट रहना चाहिए और आपसी विश्वास को बनाए रखना चाहिए ताकि ऐसी वारदातों को रोका जा सके। इस मामले में सख्त कानूनी कार्रवाई से एक संदेश जाएगा कि अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा और हर व्यक्ति को सुरक्षा और न्याय का अधिकार है।