राजस्थान पोस्ट। बीजिंग
कोविड-19 के पांच साल बाद, चीन में एक नए वायरस, ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV), के संक्रमण फैलने की खबर सामने आई है। यह वायरस RNA वायरस है और इसके लक्षण कोविड-19 के जैसे ही हैं। संक्रमण की शुरुआत मुख्य रूप से छोटे बच्चों, विशेष रूप से दो साल से कम उम्र के बच्चों में हो रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, HMPV वायरस सर्दियों में तेजी से फैलता है और इससे संक्रमित होने पर सर्दी, खांसी, बुखार, गले में खराश, सांस लेने में दिक्कत, और थकान जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
HMPV वायरस क्या है?
HMPV वायरस को पहली बार 2001 में डच शोधकर्ताओं द्वारा खोजा गया था, हालांकि यह पिछले छह दशकों से वातावरण में मौजूद है। यह वायरस विशेष रूप से सर्दियों और वसंत के मौसम में अधिक फैलता है। संक्रमण मुख्य रूप से खांसने, छींकने, और संक्रमित सतहों या व्यक्तियों के संपर्क से फैलता है। आमतौर पर इसका संक्रमण तीन से पांच दिन में फैलता है।
जोखिम समूह
HMPV वायरस का सबसे अधिक असर 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों और बुजुर्गों पर हो रहा है, जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है। गंभीर मामलों में निमोनिया और ब्रोंकियोलाइटिस जैसी जटिलताएँ भी सामने आ रही हैं, जिनमें अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता हो सकती है।
इसके अलावा, HMPV के साथ-साथ राइनोवायरस, इन्फ्लूएंजा ए और माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया जैसे अन्य वायरस भी फैल रहे हैं, जिससे स्थिति और जटिल हो गई है।
चीन की प्रतिक्रिया
चीन की डिजीज कंट्रोल अथॉरिटी (DCA) ने संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए एक पायलट मॉनिटरिंग सिस्टम शुरू किया है, जो तेजी से बढ़ते संक्रमणों का विश्लेषण करेगा और आवश्यक प्रोटोकॉल तैयार करेगा। साथ ही, सर्दियों और वसंत में सांस संबंधी बीमारियों के मामलों में वृद्धि की संभावना को देखते हुए, मास्क पहनने, भीड़-भाड़ से बचने, और व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखने की सिफारिश की जा रही है।
हालांकि, HMPV के लिए फिलहाल कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है, और उपचार मुख्य रूप से लक्षणों को नियंत्रित करने पर आधारित है। संक्रमित व्यक्तियों को स्वच्छता का पालन करने और अन्य लोगों से दूरी बनाए रखने की सलाह दी जा रही है।
वैश्विक चिंता और भविष्य की तैयारियाँ
चीन में फैल रहे इस नए वायरस के संक्रमण का असर वैश्विक स्वास्थ्य पर भी पड़ सकता है। सोशल मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि चीन के अस्पतालों और श्मशान घाटों पर भारी दबाव है। साथ ही, वायरस के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैलने की संभावना को लेकर चिंताएँ बढ़ रही हैं, जो वैश्विक यात्रा और व्यापार पर प्रभाव डाल सकती हैं।
इससे पहले, कोविड-19 महामारी ने 2019 में चीन के वुहान शहर से शुरुआत की थी, जिससे दुनिया भर में लाखों लोगों की जान गई। विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार चीन को HMPV के फैलाव को नियंत्रित करने में ज़्यादा सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और अन्य स्वास्थ्य संगठनों को इस वायरस पर करीबी निगरानी बनाए रखनी चाहिए, और अंतरराष्ट्रीय सहयोग से वायरस की रोकथाम और उपचार में तेजी लाई जा सकती है।