नवलगढ़ समाचार। नवलगढ़
नवलगढ़ नगरपालिका चेयरमैन शोयब खत्री के निलंबन के बाद राज्य सरकार ने पालिकाध्यक्ष की नियुक्ति कर दी है। पालिका के पूर्व पालिकाध्यक्ष व पार्षद सुरेंद्र सैनी फूलवाला को पालिकाध्यक्ष मनोनित किया है। इस संबंध में स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक कुमार पाल गौत्तम की ओर से आदेश जारी कर दिए गए हैं। इस आदेश में स्पष्ट किया गया है कि राजस्थान नगर पालिका अधिनियम 2009 की धारा 50(1) (4)(क) में प्रदत्त शक्तियों के तहत वार्ड संख्या 39 के पार्षद सुरेंद्र कुमार को 60 दिन के लिए या राज्य सरकार की ओर से अन्य आदेश जारी होने तक कार्यवाहक पालिकाध्यक्ष नियुक्त किया जाता है। इस आदेश के साथ ही नवलगढ़ को नया पालिकाध्यक्ष मिल गया है। सुरेंद्र सैनी दूसरी बार पालिकाध्यक्ष बने है। एसडीएम जयसिंह ने सुरेंद्र सैनी को पालिकाध्यक्ष पद की शपथ दिलाई। इस मौके पर मौजूद विधायक विक्रमसिह जाखल ने सुरेंद्र सैनी को साफा पहनाकर स्वागत किया। उन्होंने भ्रष्टाचार मुक्त पालिका प्रशासन देने का अपना संकल्प दोहराया। सुरेंद्र सैनी ने कहा कि बिना किसी भेदभाव के नवलगढ़ में विकास कार्य होंगे। इस मौके पर जिप सदस्य बीरबलसिंह गोदारा, महेश चौधरी, पार्षद जयंती बील, चंद्रशेखर मिश्रा, दिनेश भगेरिया, पार्षद हितेष थोरी, विष्ण कुमावत, पार्षद हरीसिंह सौलकी, सलीम जिंदरान आदि मौजूद थे।
सुरेंद्र सैनी दूसरी बार बने चेयरमैन
सुरेंद्र सैनी दूसरी बार चेयरमैन बने है। पहली बार वे कांग्रेस के टिकट पर पार्षद बने थे। इसके बाद पूर्व विधायक राजकुमार शर्मा ने चेयरमैन बनाया था। इस बोर्ड में सुरेंद्र सैनी व उनकी धर्मपत्नी कांग्रेस टिकट पद पर निर्विरोध पार्षद चुने गए। इसके बाद राजकुमार शर्मा ने सुरेंद्र को लगातार दूसरी बार चेयरमैन नहीं बनाया। जिसके बाद सुरेंद्र सैनी व राजकुमार शर्मा के बीच दूरिया बढ़ गई। पिछले विधानसभा चुनाव में सुरेंद्र सैनी विधायक विक्रमसिंह जाखल के साथ आ गए और बीजेपी में शामिल हो गए। चुनाव मीटिंगों में सुरेंद्र सैनी राजकुमार शर्मा के खिलाफ जमकर बोलते रहे। चुनावों में सुरेंद्र सैनी ने अपनी पूरी ताकत दिखाई, इसके बाद सुरेंद्र सैनी विधायक विक्रमसिंह जाखल के ज्यादा नजदीक आ गए। चेयरमैन शोयब खत्री के निलंबन के बाद यह तय हो गया की सुरेंद्र सैनी दोबारा चेयरमैन बनेंगे, विधायक ने सर्वसम्मति से फैसला लेकर सुरेंद्र सैनी को चेयरमैन बनाया।