चाणक्य नीति । आचार्य चाणक्य ने जीवन प्रबंधन के लिए ऐसे गुरु मंत्र दिए हैं, जो आज भी करीब 2000 साल बाद लोगों को जीवन जीना सिखा रहे हैं। आचार्य चाणक्य ने पति-पत्नी की पासपोर्ट को लेकर भी कई बातें कही हैं। आज हम यहां आपको चाणक्य नीति में कुछ ऐसी सीख के बारे में बता रहे हैं, जो विशेष रूप से आचार्य चाणक्य ने मूर्ति को लेकर कही थी। आचार्य चाणक ने बताया था कि कुछ बातें मूर्तिमान को अपने पति से भी बिल्कुल भी शेयर नहीं करनी चाहिए। उनका कहना है कि ऐसे करने से दोनों के रिश्ते में कई तरह की दोस्ती हो सकती है।
– आचार्य चाणक ने कहा था कि शादी के बाद मुस्लिमों को अपने मुस्लिमों की बुराई और बिजनेस के राज में कभी भी मुस्लिमों को नहीं बताना चाहिए। ऐसा करने से दोनों परिवारों में समानता हो सकती है। पति-पत्नी के रिश्ते में भी दरार आ सकती है।
-चाणक नीति में बताया गया है कि पत्नी को पति या पत्नी की आय का कुछ हिस्सा हमेशा बचा कर रखना चाहिए और पति को कभी भी नहीं बताना चाहिए। परिवार की मुश्किल घड़ी में ये पैसा मदद दे सकता है।
– पति-पत्नी की तुलना किसी पर-पुरुष से कभी नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने से पति के आत्मसम्मान का पता चलता है। इससे मातृत्व जीवन में तनाव हो सकता है।
– आचार्य चाणक ने कहा है कि क्रोध पर नियंत्रण रखने से मनुष्य का जीवन सफल होता है। गुस्से में इंसान अच्छे और बुरे का अंतर नहीं कर पाता, जो अलग होता है उसमें भी दरार आ सकती है।
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