राजस्थान समाचार: मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के निर्देशों पर अवैध खनन के खिलाफ चलाये जा रहे राज्य सहयोग अभियान के दौरान खान विभाग की दो अलग-अलग टीमों द्वारा तिजारा के पास हसनपुरा माफिया और डीग के पास पहाड़ी क्षेत्र के सुजाट का खुलासा किया गया। मेसेनरी स्टोन में चार लाख 93 हजार 170 टन से अधिक का अवैध खनन पकड़ा गया है। विभाग द्वारा कुल मिलाकर 21 करोड़ 13 लाख से भी अधिक की सबसे सस्ती कीमत है।
खान सचिव आनंदी ने बताया कि विश्वास के तरीके से अन्य स्थानों पर टीम की जांच से प्राप्त जानकारी का निष्कर्ष निकाला गया और जयपुर एसएमएसई प्रताप मीनार को टीम के साथ पहले पहुंच के निर्देश दिए गए। इसके बाद एसएमई प्रताप मीना और उनकी टीम के सदस्य एमआई जयपुर श्रीकृष्ण शर्मा, एमआई विजिलेंस पुष्पेंद्र सिंह मीना की टीम को वहां से खैरथल तिजारा के पास हसनपुरा इलाके में अवैध अपराधियों की जांच के लिए गोपनीय तरीके से भेजा गया। प्रताप बंसल और उनकी टीम ने 6 एपिसोड में चेजा स्टोन के दो लाख 1 हजार टन अवैध खनन क्षेत्र में अवैध खनन किया। टीम द्वारा विस्तृत जांच के बाद अवैध खनन की 8 करोड़ 87 लाख की सस्ती कीमत निकली है।
इसी तरह से पहाड़ी डीग के सुजात के खुले में अवैध खनन के नियंत्रण कक्ष में एक याचिका की जांच की गई, जिसमें एमी राम निवास मंगल और उनकी टीम ने अवैध खनन के सात प्रकरण दर्ज करते हुए भारी मात्रा में अवैध खनन को पकड़ा है। एमई रामनिवास मंगल ने बताया कि सात एपिसोड में मेसेंरी स्टोन का 2 लाख 92 हजार 170 टन अवैध खनन हुआ था। इस विभाग द्वारा 12 करोड़ 26 लाख रुपये की सस्ती कीमत बताई गई है।
इससे पहले नागौर के मुंडवा के पास सिलिकान सेंड के अवैध खनन के बड़े मामले की गोपनीय जानकारी बैठक में अजमेर के मुंडवा के पास से औचक निरीक्षण करवा कर लीज जारी होने से पहले ही अवैध खनन के बड़े मामले का भंडाफोड़ हो गया था। राज्य सहसंबंध अभियान के तहत राज्य में जारी है।
विभाग द्वारा जहां एमाई-एएमई द्वारा संयुक्त जांच अभियान के तहत जिले में बच्चों की जांच की जा रही है। वहीं राज्य सरकार द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में औचक निरीक्षण करते हुए अवैध खनन पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। मुख्य सचिव सुधांश पंत द्वारा नियमित रूप से अभियान प्रगति की समीक्षा की जा रही है, जिसमें 24 घंटे में नियंत्रण कक्ष में प्राप्त सहयोग के निर्देश दिए गए हैं।
डॉक्टरजी डॉ. प्रज्ञा केवलरमानी द्वारा मुख्यालय स्तर पर समीक्षा की जा रही है। अतिरिक्त निदेशक विजिलेंस योगेन्द्र सिंह महवाल और कक्ष प्रभारी एसएमई एसपी शर्मा द्वारा विश्लेषण किया जा रहा है।