राजस्थान न्यूज़: जयपुर। सांगानेर सदर थाना इलाके में एक महिला की अंडाणु से डील करने का मामला सामने आया है। इस संबंध में मुस्लिम पक्ष पर आरोप लगाया गया है कि उसने स्टॉक में स्टॉक बंद करके मानव अंग प्रत्यारोपण की रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट में महिला ने जिस नर्स के खिलाफ आरोप लगाए हैं, वह एक माह पहले मुजफ्फरपुर के पिता के खिलाफ रिपोर्ट दी थी। इस पर पुलिस ने उसे शांतिभंग की धारा 151 में गिरफ्तार भी कर लिया। कोर्ट इस्तगासे से दर्ज रिपोर्ट की पुलिस जांच कर रही है।
मंच प्रभारी पूनम चौधरी ने मीडिया को बताया कि गोविंदपुरा निवासी एक लड़की की शादी मई 2022 में हुई थी। आरोप है कि शादी के बाद से ही उसकी सास की बेटी को लेकर चिंता करने लगी. जब वह परेशान हुई तो अपना स्टार्टअप चला गया। करीब दो महीने बाद उसकी सास मौसा पीहर पीहर आई और उसे समझाइश कर अपने साथ ले गई। वहां पहुंचने के बाद उनकी सास ने उन्हें सोनिया नाम की महिला के साथ दुर्गापुरा स्थित एक निजी अस्पताल भेज दिया।
आरोप है कि वहां डॉक्टर ने उसके पेट में परखली डाल दी और उसे दो हफ्ते तक के लिए कॉन्स्टेंट हॉस्पिटल बुलाया। उसने सास को पूरी बात बताई तो सास ने कहा कि पेट में बड़ी बात है, उसका इलाज होगा। उसके लक्षण की स्थिति में डॉक्टर ने कुछ निशान पर साइन भी करवा लिया। डॉक्युमेंट पर भी सिने करवा। सीआई चौधरी का कहना है कि रिपोर्ट दर्ज की गई है कि अभी तक आठ दिन बीत चुके हैं, अभी तक कोई दस्तावेज उपलब्ध नहीं है।
नर्स घर आई केस तो पता चला
आरोप है कि अप्रैल में पांच बजे उसकी ननद के साथ हॉस्पिटल की नर्स के घर आई. उसके घर से हॉस्पिटल हॉस्पिटल ले जाने लगे तो पिता के प्लांट पर नर्स ने कहा कि इसकी सास ने इस अंडाणु की दुकान का सौदा किया है। उसके लिए 25 हजार रुपये भी हैं. टैब उसे अंडाणु आवेदन के बारे में पता चला। क्राफ्ट का आरोप है कि उसके पेट में गलत इंजेक्शन लगाया गया है। दर्द होने पर वह अस्पताल गई तो पता चला कि उसके पेट में दर्द हो गया है।