जोधपुर, 15 सितम्बर। बहुचर्चित ब्यूरो भंवरी देवी हत्याकांड की मास्टर माइंड इंद्रा विश्नोई को भी रविवार को अदालत में जमानत मिल गई। अब इस मामले में सभी पक्षों को जमानत मिल गई है। इंद्रा विश्नोई ने मंगलवार को अविश्वास प्रस्ताव के बाद राष्ट्रपति भवन में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जमानत याचिका दायर की थी। इस ओर से आज एक बार फिर से राजस्थान उच्च न्यायालय से वॉल्युल लेकर फाइल पेश की गई। दूसरी तरफ से डेवेलियन माइकल नाहटा और संजय विश्नोई ने पैरवी की। अन्य फादर्स किड्स कोर्ट ने अपनी जमानत याचिका को भी स्वीकार कर लिया। इस तरह अब इस मामले के सभी सत्रह सहयोगियों को जमानत मिल गई है।
भंवरी केस के बाद इंद्रा ने बराकी में डेढ़ पांच साल तक नॉमिनेशन के तट पर गुमनाम गुजराती थी। पांच लाख रुपये की आपूर्ति इंद्रा से बहुत मुश्किल से पकड़ में आई थी। वह साल 2017 में गिरफ़्तार हो गया था और कुछ समय बाद जेल में बंद हो गया था। उसे इस मामले में मुख्य मास्टरमाइंड माना जा रहा है। भंवरी देवी की हत्या के बाद उसकी हत्या कर दी गई।
सभी को मिल गया ज़ायरीन
कुल 17 नवजात जेल में थे भंवरी देवी हत्याकांड, हत्या और हत्या की साजिश रचने के मामले चल रहे थे। इन 17 पुस्तकों में जल संसाधन मंत्री महिपाल मदेरणा, लूणी के पूर्व विधायक मलखान सिंह विश्नोई और भंवरी देवी के पति अमरचंद भी शामिल थे। इस मामले में सबसे पहले सुप्रीम कोर्ट ने इंद्रा के भाई परसाराम की जमानत मंजूर की थी। उसे ज़मानत मुलाकात के आधार पर धीरे-धीरे अन्य चार लोगों को भी उच्च न्यायालय से ज़मानत मिल गई।