जोधपुर, 5 अगस्त। राजस्थान के जोधपुर में एसीबी ने एक महिला पटवारी को एक लाख रुपये की रिश्वत लेकर रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। महिला पटवारी ने पत्थर के खान की खुदाई में दो लाख रुपये मांगे थे। बाद में डील में एक लाख रुपए तय हो गए। पीड़ित ने एसीबी की मदद से रंग भरने के लिए एक लाख रुपये की महिला पटवारी को चौपासनी नीदरलैंड बोर्ड में अपने मकान पर किरायेदारों को बिठाया। इसके बाद जैसे ही एसीबी की टीम ने उसके घर पर छापा मारा, पटवारी ने रायड की राइस हाउस की पहली मंजिल से बाहर तक पहुंच बनाई, जो पड़ोसी के घर की जाली में फंस गया। लेकिन हाथ हिलाते ही केमिकल की वजह से मिले गुलाबी हाथों ने अपना वादा पूरा कर लिया।
ब्यूरो के उप महानिरीक्षक डॉ. विष्णुकांत ने बताया कि केरू निवासी सुरेश कुमार जाट की शिकायत केरू पटवारी सीमा रामावत को, चौपासनी चौधरी बोर्ड में सेक्टर 9 स्थित मकान में एक लाख रुपये रिश्वत लेकर रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया। रिश्वत लेने के बाद जैसे ही एसीबी की टीम ने जमीन में प्रवेश किया तो पटवारी सीमा पर पहली मंजिल पर भागी और वहां से रिश्वत राशि का ठिकाना द। वह पड़ोसी मकान में नेट की जाली में बंधक अटक गए, जहां से एसीबी ने रुपए बरामद कर लिए। डॉ. विष्णुकांत ने बताया कि समाजवादी सुरेश कुमार जाट ने ईदु खां से केरू में एक आखली (पत्थर की खां) एग्रीमेंट के जरिए आवेदन किया था। खान ने अपने नाम के आधार पर प्लाट के लिए गत अप्रैल में पटवारी सीमा से संपर्क किया। लेकिन पटवारी ने इस काम के बदले दो लाख रुपये मांगे। सुरेश ने एसीबी के पास 4 अप्रैल को शिकायत दर्ज कराई।
एसीबी ने गत 23 जून को ग्रैंड ड्यूक की पुष्टि की। बातचीत के बाद डील एक लाख रुपए में तय हुई। उनके बाद सुरेश कुमार ने एक लाख रुपये की रिश्वत सीमा रामावत के चौपासनी बोर्ड हाउस पर स्थित की। वहां जैसे ही पटवारी को एक लाख रुपए दिए गए, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महावीर सिंह राणावत के नेतृत्व में पर्यवेक्षक राजेंद्रसिंह और टीम ने कार्यभार संभाला। उन्हें देखकर पटवारी हैरान हो गए, और रुपया लेकर छत की तरफ भाग गए। वहां से रुपए नीचे दिए गए हैं, जो पड़ोसी मकान में लगे नेट की जाली पर गिरे हुए हैं। एसीबी ने वहां से नोट बरामद करने के लिए जहां सीमा के हाथ डुलावेने पर लार्ड पर लगाया गुलाबी रंग निकल आया। इस मामले में अब आगे की कार्रवाई की जा रही है।