राजस्थान समाचार: आरएलपी प्रमुख और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने भारतीय गठबंधन की बैठक में निराशा जाहिर की है। हनुमान बेनीवाल ने कहा है कि ‘लोकसभा चुनाव में कांग्रेस गठबंधन को 11 सीटों पर जीत दिलाने में उनका बड़ा योगदान है। लेकिन इसके बावजूद भारतीय गठबंधन के दो प्रमुख पदाधिकारियों ने उनकी निगरानी का तरीका अपनाया है, जो कांग्रेस नेताओं की मानसिकता को दर्शाता है।
बेनीवाल ने कहा कि अगर कांग्रेस में इतना ही दम होता तो 2 कांग्रेस चुनावों में एक भी सीट क्यों नहीं मिलती। कांग्रेस के नेताओं को गलत समझा गया है। राजस्थान में कांग्रेस की लहर चल रही है, जबकि हकीकत यह है कि राजस्थान की सभी सीटों पर आरएलपी के कार्यकर्ताओं ने गठबंधन के पक्ष में मतदान किया है। उनकी कांग्रेस ने मुझे दिया है मैंने कहीं ज्यादा सब कुछ पर खरीदा है। कांग्रेस ने तो मुझे नुकसान पहुंचाया है। एक तरफ मेरे साथ गठबंधन किया गया जबकि दूसरी तरफ मेरी पार्टी के नेता को तोड़कर बांडमेर की सीट पर चुनाव लड़े।
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस में एक शेखावाटी और एक बांग्लादेश के नेता मेरे साथ गठबंधन करने के खिलाफ थे। कांग्रेस में एक या दो नहीं पांच पांच खेमे है। जीत के बाद मेरे पास केवल पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और दिल्ली से मुकुल वासनिक और मोहन प्रकाश को बधाई देने के लिए फोन आया था। इसके अलावा सचिन पायलट ने आज मुझे बधाई दी है। लेकिन किसी ने मुझे भारत गठबंधन की बैठक में आमंत्रित नहीं किया।
हनुमान बेनीवाल ने ये साफ कर दिया है कि वे भारत गठबंधन के साथ हैं। लेकिन भविष्य किसने देखा है कोई नहीं कह सकता।