राजस्थान समाचार: चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने बूंदी जिले के नैनवां उप जिले में एक महिला का बैंच पर प्रसव कराने के मामले में सेंध लगाते हुए सख्त कार्रवाई की है। प्रकरण में एक वृद्ध चिकित्सक एवं एक चैनल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है एवं नैनवा को पद से हटा दिया गया है। एक चिकित्सक के विरुद्ध 16 सीसीए के अंतर्गत डिवाइसिनेशन निर्देश प्रस्तावित किया गया है और 17 सीसीए के अंतर्गत अन्य अनुदेशकों के लिए नोटिस दिए गए हैं।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने इस प्रकरण को चयन से लेते हुए तत्काल प्रभाव से कोटा जोन के संयुक्त निदेशक, उप निदेशक और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ड्रॉपरी को शामिल कर एक जांच समिति की थी। साथ ही, जिला कलेक्टर्स लॉटरी से एपिसोड की जानकारी ली और नैनवा उपखंड अधिकारी से भी ली गई रिपोर्ट। जिला एवं अन्य कर्मचारियों से मिली जानकारी, जांच समिति उपखंड अधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर प्रथम दृष्टया आरोप लगाया गया कि बनाए गए सामान एवं अन्य कर्मचारियों पर विभाग ने कड़ी कार्रवाई की है।
निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश मैथ्यू ने अतिथि वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉ. पर एपिसोड में बताया कि मुरारी मीनार एवं कोरियोग्राफर कुसुमलता शर्मा को उनके मुख्यालय कार्यालय, जयपुर से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही पर्यवेक्षणीय नाटकों का आरोप लगायाओ नैनवां डॉ. समुद्र तट पर वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डाॅ. कृष्ण कुमार पर उनका आरोप है।
डॉ. मथुरा ने बताया कि एपिसोड में अन्य कॉलेज स्टाफ गायत्री मीनार, केला देवी मीनार, शिवदत्त, कौशल्या और गुर्जर हेमन्त महावर को सीसीए नियम 17 के तहत नोटिस दिए गए हैं।