जोधपुर, 1 सितम्बर। जोधपुर के अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट ने बिहार के बोधगया और पटना में सीरियल बम ब्लास्ट के मामले में भारतीय मुजाहिदीन के दशहतगार्डों के खिलाफ गिरफ़्तारी जारी की है। वर्ष 2014 से जुड़े इस मामले में आई एम एमएएल के बिजनेसमैन को जोधपुर से भी पकड़ा गया था, यहां पर चल रही है। मामले की सुनवाई के दौरान एक टीईटी ने अदालत में प्रार्थना पत्र पेशी कार के खिलाफ फिर से बंधक वारंट जारी करने का आग्रह किया था। इसी के अलावा मुजाहिदीन के तीन दिग्गज मुजाहिदीन के खिलाफ रियाज भटकल मोहम्मद इस्माइल, रियाज भटकल मोहम्मद इस्माईल के खिलाफ तीन सितारे जारी हुए हैं।
वर्ष 2014 में देश के अलग-अलग विचारधारा में बम धमाकों के मामले में एक पुलिसकर्मी और पुलिस की साझा कारवाई में जोधपुर से गिरफ्तारियां हुई थीं। जयपुर और जोधपुर से 12 लोगों को पकड़ा गया। इन पर यूनिवर्सिट में विस्फोट करने और योजना बनाने को लेकर केस कोर्ट में विचार किया गया है, और जोधपुर कोर्ट में उनकी सुनवाई चल रही है। जोधपुर में सभी आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में आरोप नीचे दिए गए थे, जिनमें सभी को दोषी ठहराया गया था। इसके अलावा जोधपुर से पकड़ी गई लोगों को साथी कहे जाने पर भी दोस्ती का पता लगाया गया था।
वर्ष 2014 से जुडेरा केस का कनेक्शन
23 मार्च 2014 को बोधगया और पटना के अलावा देश के अन्य हिस्सों में बम धमाकों के मामले में जोधपुर के प्रतापनगर थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए टीएस की टीम के साथ मिलकर कार्रवाई की। पकड़ा गया था. बिजनेसमैन की मदद करने वाले एक स्पेशलिस्ट आदिल को जयपुर से भी एंटरप्राइज में ले लिया गया था।
नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी (एनआइए) के हत्थे चढ़े मुजाहिदीन गैंग के कर्नेल मूल के निवासी यासीन भटकल और अरशदउल्लाह ने पूछताछ में यह संकेत दिया था कि उनके वकील राजस्थान में हैं। इसके बाद सुरक्षा शहजाद ने तहकीकात का रुख राजस्थान की तरफ कर दिया, जिससे जयपुर और जोधपुर में साहिल के नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ और मामले में 12 गिरफ़्तारियां भी हुईं। पुलिस के सानिध्य के पास से मोबाइल, लैपटॉप, डेटोनेटर, टाइमर, फ्रैग्ज़ और देशी बम और बम बनाने का सामान बरामद हुआ।