राजस्थान समाचार: गर्मी के तेवर देखते हुए मुख्य सचिव सुधांश पंत ने कहा कि पानी, बिजली और चिकित्सा जैसी आवश्यक चीजों को समय पर दुरुस्त करने के निर्देश कलेक्टरों को दिए गए हैं। वह अपने क्षेत्र की व्यवस्थाओं के लिए उत्तरदायी होंगे।
मुख्य सचिव रविवार को शासन सचिवालय में बिजली, प्रिंस, चिकित्सा एवं गुड कन्वेंशन से संबंधित आयोजित बैठक में वीसी के माध्यम से प्रदेश के कमिश्नरी कमिश्नर एवं जिला जादूगरों एवं अन्य जिला प्रतिष्ठित अधिकारियों के कार्य की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन की जिला जल एवं सेनिटाइजेशन मिशन की तरह के पदाधिकारी, पदाधिकारी, पदाधिकारी स्तर पर भी समिति का गठन किया जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि कमिश्नरी कमिश्नर, जिला पंचायत सहित अन्य अधिकारी एवं तहसील उपखण्ड स्तर पर रात्रि चौपाल का आयोजन कर विभिन्न विभागों की समस्याओं का निराकरण किया जाए। रात्रि चौपाल के दौरान अधिकारी राजकीय सुविधा का उपयोग करें। सभी विभाग अधिकारी सामूहिक रूप से जल संरक्षण एवं वर्षा जल संग्रहण को महत्व दें एवं प्रत्येक परिवार को पेड़ लगाने एवं बचाने के लिए प्रेरित करें एवं पर्यावरण शुद्धि के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाएं एवं उनके संरक्षण के लिए योजना की समीक्षा करें।
मुख्य सचिव ने बिजली विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस गर्मी के मौसम में विशेष रूप से समय एवं रात के समय बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए एवं यदि आवश्यकता हो तो अतिरिक्त विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि बिजली, बिजली एवं चिकित्सा की आपूर्ति को प्रबंधन से पूर्ण किया जाए और इन स्थानों के अधिकारियों को यदि कोई समस्या आती है तो पूरा प्रशासन के साथ मिलकर सहयोग करें। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की प्रतियोगिता या छात्रवृत्ति नहीं होनी चाहिए। सभी पूर्ण कार्य गुणवत्ता के साथ खोजें एवं गाइडलाइन के अनुसार समय पर पूर्ण करवाये जाये।
मुख्य सचिव ने कहा कि आने वाले दिनों में तापमान वृद्धि का खतरा मंडरा रहा है, जिससे हीट स्ट्रोक का खतरा हो सकता है, इसके लिए स्थानीय प्रशासन, लोक मीडिया चैनल, प्रिंट मीडिया और यूट्यूब द्वारा एड डीहेनरी का प्रचार-प्रसार किया जाए। साथ ही जिले के प्रबंधन, सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य अस्पतालों पर सभी प्रकार की आवश्यक दवाएँ एवं कर्मचारी उपलब्ध हैं।
मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में सुशासन और प्लाटों के लिए ई-फाइलिंग सिस्टम को अब सभी प्रशासनों में लागू करने के लिए आवश्यक ई-फाइल के डिस्पोजल सिस्टम को भी समय पर पूरा कर लें। उन्होंने राजस्थान लिंक पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों का सामिल निर्धारित समय पूर्णता में भिन्नता पूर्ण करने के निर्देश दिए।