पंजाब में मानसून की दस्तक के बाद जमकर वर्षा हुई। भारी बारिश के चलते काठगढ़ में बाढ़ आ गई। बाढ़ आने से पुल बह गया। जिससे सैकड़ों गांवों का संपर्क कट गया। बारिश से लोगों को लू से राहत मिली। कई जिलों में वर्षा से तापमान लुढ़क गया। दो जुलाई तक भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
पंजाब में शुक्रवार को मानसून पूरी तरह छा गया। कई जिलों में मानसून के मेघ जमकर बरसे। शहीद भगत सिंह नगर (नवांशहर) में शाम पांच बजे तक 57.5 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई। जिले के कई इलाकों की खड्डों व नालों में जलस्तर बढ़ गया। काठगढ़ की खड्ड में पहाड़ों से भारी मात्रा में पानी आने के कारण बाढ़ आ गई।
इस कारण एक पुल बह गया। इससे काठगढ़ के आसपास के करीब सौ गांवों का सड़क संपर्क टूट गया है। प्रदेश के कई जिलों में लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को भी वर्षा हुई। पहाड़ी इलाकों में भारी वर्षा हो रही है, जिसका असर मैदानी इलाकों में दिखने लगा है। भारी वर्षा के कारण काठगढ़ में खड्ड में बाढ़ आ गई और पानी के तेज बहाव में एक पुल बह गया। यह पुल काठगढ़ को आसपास के 100 के करीब गांवों को आपस में जोड़ता था।
मौसम पूरी तरह बदल गया
पुल टूटने से इन गांवों का संपर्क टूट गया है। खड्ड में लगातार जलस्तर बढ़ने से लोगों को डर सता रहा है कि कहीं बाढ़ की चपेट में गांव भी न आ जाएं। यहां धान की फसल को भी काफी नुकसान पहुंचा है। राज्य में मानसून आने के बाद मौसम पूरी तरह बदल गया है। भीषण गर्मी व लू से लोगों को राहत मिली है।
दो जुलाई तक भारी वर्षा होने की संभावना
मौसम विभाग चंडीगढ़ के अनुसार एसबीएस नगर में शाम तक 57.5 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई, जबकि रूपनगर में 5.5 मिमी वर्षा हुई। अन्य जिलों में दिन में बादल छाए रहे। वर्षा के कारण अधिकतम तापमान सामान्य से एक से दो डिग्री कम रहा। सबसे अधिकतम तापमान बरनाला में 35.9 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग के अनुसार दो जुलाई तक राज्य में भारी वर्षा होने की संभावना है। इसे लेकर आरेंज अलर्ट जारी कर दिया गया है।