मोगा. गत दिवस पटियाला में प्रधानमंत्री मोदी की रैली का आयोजन किया गया था। जिसमें, मुझे भी अटेन्शन का आमंत्रण भेजा गया था। लेकिन पटियाला पहुंचने से पहले ही मुझे पत्रकारों ने घेर लिया और कुछ लोगों ने तलवारों और लाठियों से हमला कर दिया। इस प्रकार, मेरी गाड़ी के शीशे टूट गए और टूट गए।
प्रधानमंत्री मोदी के दखल के बाद भारी ताकत के साथ मुझे वहां से निकाला गया। ताजा जानकारी के अनुसार फरीदकोट के भाजपा उम्मीदवार हंसराज हंस ने दौलतपुरा, सलीना, कालीये वाला चड़कीक गांवों का दौरा करने के दौरान उपस्थिति दर्ज कराई।
हंसराज हंस ने कहा कि जन किसानों ने मुझे घेरा उस समय का माहौल बहुत ही डरावना था और मैं अपनी मौत को इन्हीं से देख रहा था। उन्होंने कहा कि यदि एक जून तक जीवित रहा जाए तो फिर से पंजाब के लोगों को मिलूंगा। नहीं, तो मेरी शहादत पंजाब की एकता के नाम होगी। उन्होंने कहा कि यदि मेरे मरने से किसानों की आमदनी पूरी होती है तो वह कुर्बानी देने को तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि मैं लड़ाई-झगड़ा और किसी का मन दुखी करके सांसद नहीं बनना चाहता। उन्होंने कहा कि पंजाब में कहीं भी कोई किसान किसी भी उम्मीदवार का विरोध नहीं कर रहा है, सिर्फ मेरा विरोध ही किया जा रहा है। इसका कारण किसान बताते हैं।
उन्होंने कहा कि किसानों से अपील करते हुए कहा कि लोकतंत्र में ऐसी घटनाएं शोभा नहीं देतीं। इसलिए 4 जून के बाद केंद्र में सरकार बनने के बाद वो अपना रोष प्रदर्शन जो भी चाहे कर सकते हैं। क्योंकि केंद्र सरकार ने ही किसानों की पूरी जिम्मेदारी ली है। मैं तो किसानों व केंद्र सरकार के बीच एक कदम का काम करते हुए किसानों की मानसिकता को प्रधानमंत्री व केंद्र तक पहुंचाऊंगा।
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