विज्ञान और गणित विषय की पढ़ाई कर महंगा अपनी मातृभाषा पंजाबी में

मोहली. पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड ने 11वीं और 12वीं कक्षा के मेडिकल और नॉन-मेडिकल के विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा है कि अब वे विज्ञान और गणित विषय की पढ़ाई अपनी मातृभाषा पंजाबी में ही कर सकेंगे।

अब तक मेडिकल और गैर-मेडिकल के छात्र इन विषयों की पढ़ाई केवल अंग्रेजी भाषा में ही करते थे, क्योंकि कश्मीर से आने वाले ज्यादातर सरकारी स्कूल से पढ़ने वाले छात्र मेडिकल और गैर-मेडिकल की पढ़ाई से झंझटते थे।

यहां यह विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि लंबे समय से इस विषय को केवल अंग्रेजी भाषा में पढ़ा जा रहा था और छात्र मांग कर रहे थे कि इन विषयों को पंजाबी में पढ़ने की अनुमति दी जाए। पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड ने छात्रों की इस मांग को पूरा किया है और अब अंग्रेजी और गणित विषयों की पाठ्यपुस्तकें पंजाबी माध्यम में छापने का निर्णय लिया है।

पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने अध्येता वर्ष 2024-25 के लिए 23 पाठ्य-पुस्तकों के नए अध्यापन का निर्णय लिया है। इनमें से अधिकांश पाठ्य-पुस्तकें 11वीं और 12वीं से संबंधित हैं जो पहले कभी प्रकाशित नहीं हुए हैं। वर्ष 2023 तक बारहवीं और बारहवीं कक्षा से संबंधित लगभग 25 क्लास बोर्ड ने छापवाए थे। अब इनमें 23 लॉजिस्टिक्स और शामिल हैं।

नए शैक्षणिक वर्ष से 11वीं और 12वीं कक्षा की अर्थशास्त्र, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, बिजनेस स्टडीज, कंप्यूटर, माडर्न कार्यालय विषयों के अलावा दूसरी कक्षा के कुछ अन्य विषयों की पाठ्य-पुस्तकें शिक्षा बोर्ड के पुस्तक भंडार में शामिल होंगी। शिक्षा बोर्ड के एक अधिकारी ने इस खबर की पुष्टि करते कहा है कि जल्द ही छात्र अपनी मातृभाषा में मेडिकल और नॉन-मेडिकल पाठ्यक्रमों की पढ़ाई कर सकेंगे।

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