चंडीगढ़, 9 सितंबर-
पंजाब पुलिस ने सोमवार को डीजीपी गौरव यादव के निर्देशों पर एक विशेष अभियान ‘ओपीएस सील-VIII’ चलाया, जिसका उद्देश्य सीमावर्ती राज्य पंजाब में प्रवेश करने या बाहर जाने वाले सभी वाहनों की जांच करना था, ताकि नशा तस्करी और शराब तस्करी पर नकेल कसी जा सके, इसके अलावा हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर गैंगस्टरों और असामाजिक तत्वों की आवाजाही पर नजर रखी जा सके।
विशेष डीजीपी कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने कहा कि सीमावर्ती जिलों के सभी एसएसपी को सीमावर्ती राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अपने समकक्षों के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए कहा गया है ताकि प्रभावी नाकाबंदी सुनिश्चित की जा सके।
उन्होंने बताया कि 1000 से अधिक पुलिसकर्मियों की मदद से 10 जिलों के कम से कम 92 प्रवेश/निकास बिंदुओं पर इंस्पेक्टर/डीएसपी की निगरानी में समन्वित मजबूत नाके लगाए गए हैं, जो चार सीमावर्ती राज्यों और यूटी चंडीगढ़ के साथ सीमाएं साझा करते हैं। 10 अंतर-राज्यीय सीमावर्ती जिलों में पठानकोट, श्री मुक्तसर साहिब, फाजिल्का, रोपड़, एसएएस नगर, पटियाला, संगरूर, मानसा, होशियारपुर और बठिंडा शामिल हैं।
स्पेशल डीजीपी ने बताया कि राज्य में प्रवेश करने/बाहर जाने वाले 4,245 वाहनों की जांच की गई, जिनमें से 293 का चालान किया गया और 16 को जब्त किया गया। पुलिस टीमों ने 1.1 किलो अफीम, 29 किलो पोस्त की भूसी, 42 किलो नशीला पाउडर, 1070 नशीले कैप्सूल/टैबलेट और भारी मात्रा में वैध और अवैध शराब भी बरामद की है।