थैला. केंद्र सरकार के अंतरिम बजट 2024-25 पर प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता और पंजाब सरकार के वित्त मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि बजट में पंजाब के लिए कुछ भी नहीं है। ऐसा नहीं होने पर इससे पंजाब को कोई फायदा नहीं होगा।
बजट में स्पष्ट तौर पर पंजाब के साथ नाइंसाफ़ी झलक दिख रही है। बलकार पंजाब उन्होंने इसी तरह स्थानीय विकास मंत्री सिंह ने कहा कि केंद्र हर बार के साथ पूर्ववत काम कर रहा है। कहा कि पंजाब की जनता जिसने सुरक्षा के साथ-साथ देश का पेट भरा है, उसे अजीब तरीके से देखा जा रहा है।
मंत्री ब्रह्मशंकर जिंपा ने कहा कि केंद्र में भाजपा गरीबों की सरकार के राजस्व का ढोंग करती रही है, अंतरिम बजट में सरकार की पोल फिल्म रखी गई है। बिजली मंत्री रिजर्वेशन सिंह ईटीओ ने कहा कि केंद्र ने पंजाब को हर बार देखा है। उन्होंने कहा कि पंजाब देश की नंबर 1 स्थिति थी, मगर केंद्र की नालीयकियों के कारण पंजाब काबुल का रहने वाला है। उन्होंने कहा कि उग्रवादियों का संताप झेलने के बावजूद पंजाब अपनी यात्रा पर खड़ा था, मगर सेंटर ने पंजाब का दामन तब तक नहीं पकड़ा। पार्टी मुख्यालय चंडीगढ़ से जारी एक बयान में वित्त मंत्री चीमा ने कहा कि मोदी सरकार ने पिछले 10 वर्षों में पंजाब के साथ सिर्फ धोखा किया और पंजाबियों को निराश और क्षति पहुंचाने वाले फैसले लिए। भाजपा सरकार के पिछले दस साल के केंद्रीय बजट में कहा गया है कि भाजपा ने पंजाब के साथ हमेशा भेदभाव किया और पंजाबियों को आर्थिक लाभ देने की कोशिश की।
उन्होंने कहा कि केंद्र के पास कई राष्ट्रीय मंजूरी के तहत पंजाब को मिलने वाले हजारों करोड़ रुपए के फंड बाकाए हैं। हैं. इसके लिए हमने कई बार वित्त मंत्री को पत्र लिखा और फंड जारी करने की पेशकश की, लेकिन केंद्र सरकार ने अभी तक पंजाब को एक रुपया भी पोर्टफोलियो नहीं दिया। उन्होंने कहा कि भारत देश और विशेष रूप से पंजाब कृषि प्रधान राज्य है। देश के किसान लगातार केंद्र सरकार से सभी मसालों की मांग कर रहे हैं। इसके लिए देश भर के किसानों ने आंदोलन तक किया लेकिन बजट में किसानों के लिए कोई विशेष प्रस्ताव नहीं दिया गया।
इस बजट में देश के आदिवासियों को भी निराश किया गया, भाजपा हर साल 2 करोड़ सत्ता में आई थी, लेकिन रोजगार के नाम पर आदिवासियों को जुमले और अग्निवीर योजना दी गई। असली भाजपा की सरकार जुमले वाली सरकार है। बीजेपी झूठ बोलने वाली और लोगों को बेवकूफ बनाने वाली पार्टी है। वह रोजगार उद्योग और के नाम पर सिर्फ आदादों का खेल खेलती है। दस्तावेज़ दस्तावेज़ लोगों को दस्तावेज़ बनाते हैं। उन्होंने कहा कि एस- रकार गरीब की चंचल तस्वीर पेश कर रही है। देश के 80 करोड़ लोग आज भी गरीबी रेखा से नीचे रह रहे हैं इसलिए 80 करोड़ लोगों को सरकार द्वारा अनाज वितरण की जरूरत बताई गई है। इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि देश में गरीबी घटी नहीं बल्कि बढ़ती है।