चंडीगढ़, 15 सितंबर-
पंजाब के कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने उद्योगपतियों को गैर-परंपरागत और हरित ऊर्जा क्षेत्रों में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए हरित ऊर्जा क्षेत्र में पंजाब की महत्वपूर्ण संभावनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने स्वच्छ और टिकाऊ ऊर्जा की ओर आवश्यक बदलाव पर जोर दिया। पंजाब देश के अग्रणी राज्यों में से एक के रूप में उभरा है, जिसका लक्ष्य हरित ऊर्जा के उत्पादन में अग्रणी बनना है।
रविवार को परेड ग्राउंड में क्षेत्रीय ऊर्जा संक्रमण एवं स्थायित्व (आरईटीएस) सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेते हुए अमन अरोड़ा ने नए स्टार्टअप्स से इस पहल में सहयोग करने का आग्रह किया और इस बात पर प्रकाश डाला कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार उनके विकास को बढ़ावा देने के लिए व्यापक समर्थन देने के लिए तैयार है। सम्मेलन का आयोजन पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा किया गया था।
सौर ऊर्जा के क्षेत्र में राज्य के प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने बताया कि कृषि क्षेत्र की बिजली आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बठिंडा के तरखानवाला गांव में 4 मेगावाट का सोलर पीवी प्लांट पहले ही चालू किया जा चुका है। इस परियोजना से प्रति वर्ष लगभग 6.65 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन होने की उम्मीद है। पेडा बठिंडा जिले में तीन अतिरिक्त सोलर पावर प्लांट स्थापित करने के लिए तैयार है, जिनमें से प्रत्येक की क्षमता 4 मेगावाट होगी, जिससे कुल 12 मेगावाट बिजली बनेगी।