सीहोर के पशु चिकित्सक का भी फर्जी प्रमाण पत्र बनाया था
HighLights
सांची दुग्ध संघ भी कंपनी से बनवाता था उत्पाद और बेचते थे निर्यात लाइसेंस के लिए पशु चिकित्सक का भी फर्जी प्रमाण पत्र था मापदंड पूरा किए बिना ही खाद्य पदार्थों की आपूर्ति की जा रही है
राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। फर्जी गुणवत्ता प्रमाण पत्रों से 30 से अधिक देशों में पनीर और घी का निर्यात करने वाली कंपनी जयश्री गायत्री फूड प्राइवेट लिमिटेड द्वारा की जा रही गड़बड़ी की शिकायत दुबई की एक कंपनी ने सीहोर कलेक्टर से की थी। कहा था कि निर्धारित मापदंड पूरा किए बिना ही खाद्य पदार्थों की आपूर्ति की जा रही है।
इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई
शायद ऐसा ही चलता रहा, यदि आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) की भोपाल इकाई ने एक शिकायत को संज्ञान नहीं लिया होगा। ईओडब्ल्यू ने जांच के बाद चार दिन पहले जयश्री गायत्री फूड कंपनी के विरुद्ध एफआइआर कायम की। जांच एजेंसी ने बुधवार को सीहोर स्थित कंपनी के कारखाने, कार्यालय, कंपनी के मालिक किशन मोदी के भोपाल स्थित आवास और एक कर्मचारी से जुड़े दो स्थानों पर छापा मारा था।
कंपनी द्वारा तीन निजी लैब से उत्पादों की गुणवत्ता के संबंध में 27 फर्जी प्रमाण पत्र बनाने की बात सामने आई थी। ईओडब्ल्यू की जांच में यह भी पता चला है कि कंपनी ने निर्यात लाइसेंस के लिए सीहोर के एक सरकारी पशु चिकित्सक का प्रमाण-पत्र भी फर्जी लगाया था। यह प्रमाण पत्र इसलिए दिया जाता है कि गोवंश में कोई संक्रामक बीमारी नहीं फैली है।
उत्पाद पूरी तरह से सुरक्षित हैं
चिकित्सक ने खुद कहा है कि प्रमाण पत्र उन्होंने नहीं दिया था। यह भी पता चला है कि सांची दुग्ध संघ भी अपने कुछ उत्पाद इस कंपनी से बनवाता था। प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने मानकों का पालन नहीं करने के चलते लगभग 10 दिन पहले यहां उत्पादन बंद करा दिया था।
ईओडब्ल्यू के अधिकारियों के अनुसार, दो अन्य लैब के नाम जारी गुणवत्ता प्रमाण पत्रों की पुष्टि के लिए दस्तावेज लैब को भेजे गए हैं। इनकी रिपोर्ट आने पर पता चलेगा यह प्रमाण पत्र भी फर्जी तो नहीं हैं।