मुख्यमंत्री कह रहा है। कोई चिंता की बात नहीं है।वही उन्होंने कहा कि किसानों को प्याज के भावांतर की राशि भी दी जायेगी। कोरोना के चलते प्रदेश के उद्योग धन्धे ठप्प हैं लेकिन इसके बावजूद सरकार कर्ज लेकर किसानों की सहायता करेगी। ढाई एकड़ भूमि वाले किसानों के बच्चे यदि मेडिकल या इन्जीनियरिंग कॉलेज में पढाई करते है तो उनकी फीस शासन देगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhaan) का बड़ा बयान सामने आया है। मुख्यमंत्री ने साफ कहा है कि कृषि उपज मंडियां बंद नहीं होगी और प्याज के भावांतर की राशि भी किसानों को दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रदेश के जिलों में हो रही फल और सब्जी की पहचान स्थापित करने के लिए 7 हजार 500 करोड़ रुपये उपलब्ध करायें हैं। ‘एक जिला-एक उत्पाद योजना’ के तहत जिलों के मुख्य कृषि उत्पाद को बेहतर बनाने के लिए कदम उठाए जाएंगे। मध्यप्रदेश आत्मनिर्भर कृषि मिशन के अंतर्गत इन फसलों की गुणवत्ता सुधार, सोर्टिंग, ग्रेडिंग, पैकिंग आदि कर इस प्रकार वैल्यू एडिशन किया जाएगा, जिससे विदेशों में भी प्रदेश के कृषि उत्पादों की मांग बढ़े। जिलों में एक्सपोर्ट कलस्टर भी स्थापित किए जाएंगे।
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