भोपाल। मध्य प्रदेश के मऊंगज हिंसा मामले में तीन दिन बाद बड़ा एक्शन हुआ है। सरकार ने देर रात कलेक्टर और एसपी को हटा दिया है। संजय कुमार जैन को मऊगंज का कलेक्टर बनाया गया है। वहीं दिलीप कुमार सोनी को एसपी की कमान सौंपी है। इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है।
मऊगंज की एसपी रसना ठाकुर और कलेक्टर अजय श्रीवास्तव को हटा दिया है। दिलीप कुमार सोनी को मऊगंज का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। वहीं रसना ठाकुर को पुलिस मुख्यालय में पदस्थ किया गया है। मऊगंज एसपी के साथ कलेक्टर को भी हटाया गया है। अजय श्रीवास्तव की जगह अब संजय जैन मऊगंज कलेक्टर होंगे। अजय श्रीवास्तव को उप सचिव मध्य प्रदेश शासन लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग और अपर प्रबंध संचालक मध्य प्रदेश राज्य परिसम्पत्ति कम्पनी की जिम्मेदारी दी गई है। खेल एवं युवा कल्याण विभाग में उपसचिव का अतिरिक्त प्रभार मिला है।
संजय कुमार जैन
सीएम डॉ मोहन यादव ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा- मऊगंज जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र में हुई दुर्भाग्यपूर्ण हिंसक घटना के संदर्भ में कल देर रात जिले के कलेक्टर व एसपी को तत्काल प्रभाव से हटाया गया है। घटना स्थल पर प्रभारी मंत्री को भेजा गया है, पुलिस एवं प्रशासन को पूरी तरह से हाई अलर्ट पर रखा है। प्रदेश के सभी जिम्मेदार वरिष्ठ अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी गई है कि भविष्य में ऐसी कोई भी अप्रिय घटना की पुनरावृत्ति नहीं होना चाहिए।
ASI समेत दो की हुई थी हत्या
गौरतलब है कि बीते 15 मार्च को आदिवासियों ने ASI रामचरण गौतम और सनी द्विवेदी की हत्या की थी। सनी को बंधक बना कर मौत के घाट उतार दिया था। बंधक को छुड़ाने गई पुलिस टीम पर पथराव हुआ, जिसमें ASI की मौत हो गई। जबकि तहसीलदार सहित 7 पुलिसकर्मी घायल हुए।
इस हत्याकांड में सनसनीखेज राज उजागर हुए है। आदिवासी पुलिस अधिकारियों को बंधक बनाकर हत्या के आरोपियों को छुड़वाना चाहते थे। शर्त ना मानने पर उपद्रवी पुलिस को जिंदा जलाने के लिए आमादा हो गए थे। पुलिस ने अपनी सूझबूझ से न केवल खुद की जान बचाई बल्कि किसी भी सिविलियन के जानमाल की रक्षा करने में भी सफल रही।
अब तक 20 गिरफ्तार
इसके बाद पुलिस ने अब सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। इस मामले में अब तक 20 आरोपियों को हिरासत में लिया है। 6 आरोपियों के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 103 (1), 127 (2), 132, 296, 115 (2), 351 (3), 109, 191 (2), 191 (3), 190, 121(2) समेत अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसमें निशा कोल, प्रेमवती कोल, बृजलाल कोल, विनोद कोल, अंशु कोल और रमेश साहू के नाम शामिल है।