पर प्रकाश डाला गया
- 400 से अधिक दृश्यों की व्यवस्था की गई।
- एयरोव्यू को देखकर लिया गया फैसला।
- असल में 100 दिव्य वायु गुणवत्ता कार्यक्रम।
नईदुनिया, जबलपुर(जबलपुर का मौसम. उत्तर भारत की ओर से लगातार आ रही सर्द हवा से ठिठुरन बढ़ रही है। मंगलवार को भी सुबह से कोहरा छाया रहा। दोपहर में भी वातावरण में ठंडक थिरकती रही। शाम होते ही पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवा ने जोरा मारा और रात में ठिठुरन। वहीं मंडला सबसे ठंडा रहा, यहां न्यूनतम तापमान 7.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
ठंड से बचने वाले लोग हॉट फ्लैट में डबके दिखे, लेकिन वायु की गुणवत्ता बेहतर बनी रही नगर निगम इस बार भी नहीं जलाएगा। असली में 100 दिव्य वायु गुणवत्ता कार्यक्रम को बनाए रखने के लिए ऐसा किया जा रहा है।
न्यूनतम न्यूनतम में और गिरावट का अनुमान
मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान रात में न्यूनतम तापमान और गिरावट का अनुमान है। तापमान सात से आठ डिग्री सेल्सियस तक नीचे जा सकता है। हालांकि दिन का अधिकतम तापमान 27 डिग्री के आसपास रहने की संभावना बनी हुई है।
इसलिए बढ़ रही ठंड
क्षेत्रीय मौसम कार्यालय के अनुसार वर्तमान में पश्चिमोत्तर क्षेत्र में जेट परिवर्तन बह रहा है। जेट ट्रांसमिशन ऊपर की ओर रवाना होता है और उस स्तर पर हवा और दबाव में बदलाव लाती है। वहीं हिमालयन क्षेत्र में हो रही रेतीले से लेकर जापान के तट तक उत्तरी हवा आ रही है, जिससे वातावरण में ठंड का असर बढ़ गया है।
मौसम विभाग के अनुसार तापमान और गिरावट में…
- मंगलवार को अधिकतम तापमान 27.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
- न्यूनतम न्यूनतम तापमान तीन डिग्री की गिरावट के साथ 10.0 डिग्री सेल्सियस।
- मौसम विभाग के अनुसार आगामी दिनों में तापमान और गिरावट में वृद्धि होगी।
- 400 से अधिक पूर्वी एशिया में जलवाता था ताकि ठंड से लोगों को राहत मिल सके।
- रैन बसेरा में इसके अलावा बिजली से चलने वाले ज्वालामुखी की व्यवस्था होगी।
- सार्वजनिक स्थल पर ठंड से बचाव के लिए क्या उपचार होगा, इस पर विचार किया जा रहा है।
- जापान मैप में पहला था देश में दूसरा स्वच्छ वायु सर्वेक्षण शहर।
- शहर के हवा को स्वच्छ बनाए रखने के लिए केंद्र सरकार से अनुदान भी दिया गया है।
- रैंक को बेहतर करने के लिए जिला प्रशासन और सूची ने मिलकर काम किया है।
रेन बसेरा में जलेगा जगुआर
नगर निगम ने शहर में संचालित आठ रैन बसेरा में हिस्सेदारी बनाए रखने का निर्णय लिया है। इन रेन बसेरा में बिजली से चलने वाले समुद्र से ठंड से मुक्ति मिलेगी। ज्यादातर बेसहरा लोग रैन बसेरा में ही स्थित हैं। इसके अलावा कॉर्पोरेशन ने नागरिकों से अपील की है कि जिज़ॉल्ड्स कोल्ड्स में बाहर न रहें। रैन बसेरों में फ्लैट रूम और गर्म रजाई-गद्दे हैं। वह वहां आराम से सोए। निजी कलियों में जो लोग जलाते रहते हैं, वे शोषण का उपयोग करते हैं।
रेलवे स्टेशन-बस सुविधा में क्या
रेलवे स्टेशन और बस सुरक्षा, गौरीघाट, बाजार वाले क्षेत्र में लोग रात में जमा होते हैं, जहां पर नगर निगम लकड़ी की व्यवस्था करता है, ताकि जलाए जा सके। इस बार अभी तक लकड़ी कहीं भी निगम की तरफ से नहीं रखी गई है। कई बार वुड नॉट मीटिंग पर रिक्शेवाले और आसपास के बसहारा लोग टायर के खिलाफ, प्लाथिन तक मोमबत्ती ठंड से बचने की कोशिश करते हैं ऐसे लोगों के निगम प्रशासन की टीम कार्रवाजी।
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