पर प्रकाश डाला गया
- छोटे बंटी बोले- बीजेपी ने हमेशा ही आदिवासी समाज के हित में काम किया.
- मेयर विक्रम अहाके ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा अपना ही अधिकार खो दिया है।
- धर्मशाला, लाइब्रेरी, कार्यालय, 800 दर्शकों की क्षमता वाला ओपन एयर थिएटर।
नईदुनिया, हिन्दवेड (श्री बादल भोई जनजातीय संग्रहालय)। हिंद में श्री बादल भोई जन स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय का स्मारकीय भंडार। छोटे टुकड़ों में बंटी सामुद्रिक साहूकार, अमर चौधरी प्रतिपक्षी कमलेश शाह, भाजपा जिला अध्यक्ष शेषराव यादव और सुपरमार्केट विक्रम अहाके मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यक बंटी विवेकानन्द साहू ने कहा कि भाजपा ने हमेशा ही जनाब समाज के हित के लिए काम किया है।
मेयर ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा के लिए अपने अधिकारों को छीनने का काम किया है
मेयर विक्रम अहाके ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा के लिए अपने पद को त्यागने का काम किया है। कुछ अनूठे भगवान श्री राम के नाम पर आधारित को लड़ाने का काम किया जाता है जबकि जनाब हमेशा से ही भगवान श्री राम के प्रिय रहे हैं। श्री राम के प्रति पवित्र स्थान में भगवान को दर्शाया गया है।
अमर वॅलेज कमलेश शाह ने बताई सच्ची कहानी
- अमर वकील कमलेश शाह ने कहा कि लोग हमेशा ही अल्पसंख्यक खंडी विवेक साहू को पकड़ कर रखते हैं।
- पहले के जो न्यूनतम थे उनके बारे में जनता भली-भाली नामांकित है। टुकड़ों में बंटी सामुद्रिक धन
- जनजातीय संस्कृति और स्वतंत्रता संग्राम की तस्वीरों को चित्रित करने के लिए 6 गैलरियों का निर्माण किया गया।
- वर्कशॉप रूम, एक लाइब्रेरी, ऑफिस के लिए जगह, 800 दर्शकों की क्षमता वाला ओपन एयर थिएटर भी है।
- अमर कलाकार कमलेश शाह बोले- शिल्प बाजार (शिल्पग्राम) और एक ट्राइबल कैफेटेरिया की भी सुविधा है।
प्रथम गैलरी – रानी दुर्गावती को समर्पित
रानी दुर्गावती के संघर्ष, उनकी वीरता और उनकी महान विरासत को संजोने वाली गैलरी में उनके शासन, जनजातीय समाज में उनके योगदान और बाहरी आक्रमणकारियों से उनके संघर्ष को दर्शाया गया है।
गैलरी दो – गोंड देश का संघर्ष
दूसरी गैलरी में ब्रिटिश राजशाही में गोंड राजवंश द्वारा अपने राज्यों की स्वतंत्रता बनाए रखने के लिए किए गए संघर्ष का चित्रण किया गया है। इसमें गोंड जनजातीय राजवंश के स्वतंत्रता की इच्छा और ब्रिटिश सत्ता के विरुद्ध उनकी लड़ाई को दर्शाया गया है।
गैलरी तीन – वन्य जीव
यह गैलरी 1927 के भारतीय वन अधिनियम के विरोध में जनजातीय समाज द्वारा किये गये संघर्ष को ‘जंगल मार्ग’ के रूप में प्रस्तुत करती है। इसमें वन अधिकार और वन संपदा के उपयोग के लिए जनजातीय समाज के आंदोलन को शुरू किया गया है।
गैलरी चार – भील-भिला जनजाति का संघर्ष
चौथी गैलरी में भील-भिलाला जनजाति के विरुद्ध वीर सेनानियों को समर्पित ब्रिटिश सरकार द्वारा गोरिल्ला युद्ध का प्रयोग किया गया। यहां भीमा नायक, खाज्या नायक और टंट्या भील जैसे वीर स्वतंत्रता सेनानियों की गाथाओं का चित्रण है।
गैलरी पांच और छह – कला एवं प्रदर्शनी
गैलरी पांच और छह की पेंटिंग और फोटो विज्ञापन के लिए निकाली गई है, जहां समय-समय पर प्रदर्शनी होगी ताकि जनजातीय इतिहास, संस्कृति और उनके योगदान को जीवंत रखा जा सके।