पर प्रकाश डाला गया
- किसी को नहीं बताया गया कि उनकी भतीजा भारत सरकार में केंद्रीय मंत्री हैं।
- कच्चे माले ने तीन दिन तक महिलाओं के सवालों का खुलासा किया।
- बालपन में केंद्रीय मंत्री तेजगढ़ में ही रह रहे हैं मौसी की छुट्टी।
ससुर यादव, तेंदू मतदाता दमोह (Damoh News)। के तेजगढ़ गांव में रहने वाली तुलसाबाई खटीक रविवार तक अपने साथियों के साथ जीवन जी रही थीं, लेकिन भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री खटीक अपने घर पहुंचे तो इस महिला के साथ अब कई तरह के रिश्ते जुड़ गए।
वाहन से नीचे उतरते हुए यात्री मंत्री। नईदुनिया
लोगों को इस बात की जानकारी लगी
ऐसा कहें तो हर समय का ही खेल होता है और लोग केवल उसे ही मार्केट में प्रतिष्ठा दिलाते हैं। ऐसी ही कुछ बात है तेजगढ़ में रहने वाली इस बुजुर्ग महिला के साथ, जिसने कभी किसी को नहीं बताया कि उनका भांजा भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री हैं, लेकिन जब केंद्रीय मंत्री खुद तेजगढ़ क्षेत्र के थे तब लोगों को इस बात की जानकारी लगी।
महिला को माता शबरी की दी उपाधि
इस महिला को माता शबरी की संज्ञा दी जा रही है, क्योंकि जब तक भगवान राम शबरी माता की कुटिया नहीं थे और उनके मूर्तिकार नहीं थे तब तक शबरी के बारे में किसी को भी जानकारी नहीं थी। जैसे ही भगवान राम ने माता शबरी के दर्शन किए तो शबरी माता की भक्ति की चर्चा चारों ओर होने लगी।
निर्धन महिला से मुलाकात खुद आये
बुजुर्ग और निर्धन महिला से मुलाकात खुद के केंद्रीय मंत्री धार खटीक से उनके घर क्षेत्र, उनके साथ प्रदेश सरकार में डेमोक्रेट धर्मेंद्र सिंह लोधी भी आम लोगों के साथी जब गरीब महिला के गांव-फूटे मकान क्षेत्र तो उनके पीछे बड़ी मात्रा में पुलिस प्रशासन का काफिला आगे पीछे लगा था.
औद्योगिक अमले ने तीन दिन तक किया खुलासा
लोग बुजुर्ग महिला के ऐसे ही आगे पीछे हो रहे थे आज उस बुजुर्ग महिला की एक हां में उनकी किस्मत बदल जाएगी। जिस सरकारी अमले ने तीन दिन तक महिलाओं के सवालों का खुलासा किया। वही प्रसाशनिक अमला महिला के पीछे हो रही थी और सभी को इस तरह का सम्मान देने की पेशकश की गई थी। जैसे उनके लिए वह बुजुर्ग महिला ही सब कुछ है आज तक उन सभी ने खुलासा किया था।
गरीब लड़की सगी मौसी
मंत्री केंद्रीय मंत्री खटीक से ग्राम तेजगढ़ के लोग ऐसे मिल रहे थे जैसे वे मंत्री नहीं अपने हैं। किसी को वह अपने साधु रिश्तेदार तो कोई पुराना दोस्त बाहर क्योंकि तेजगढ़ केंद्रीय मंत्री का ननिहाल है।
बुजुर्ग मंत्री को अपना भांजा और ग्रामीण अपना बड़ा भाई मानते हैं,
मंत्री केंद्रीय अपनी मौसी के घर आये थे। गांव के बुजुर्ग मंत्री को अपना भांजा और ग्रामीण अपना बड़ा भाई मानते हैं, क्योंकि बालपन में केंद्रीय मंत्री तेजगढ़ में ही रह रहे हैं, मौसी की भी शिकायत थी।
गाड़ी देख भीड़ लग गई
तुलसाबाई खटीक केंद्रीय मंत्री की सगी मौसी जो गरीबी और निर्धनता में अपनी जिंदगी में अकेली रहती हैं, उनका संत नहीं पति की मौत हो गई है। जैसे ही केंद्रीय मंत्री अपने घर क्षेत्र तो अपने साथ सैकड़ों गानों का काफिला भी पहुंचाते हैं। यह ग्राम तेजगढ़ के लोग दंग रह गए, बाद में मंत्री को वाहन से उतरते देखा तो भनेज भैया आए, यह कहते हुए उनके पास आए और सम्मान किया।
वहां अपना बालपन गुजराता और यादें ताज़ा करें
केंद्रीय मंत्री ने भी कुछ समय के लिए अपने से दूर कर दिया और ग्राम के लोगों से एक आम व्यक्ति की तरह मुलाकात की और अपने सहयोगियों और रिश्तेदारों से मुलाकात की। यह आलम लगभग आधे घंटे तक हांगकांग में रहा था, बाद में केंद्रीय मंत्री ने पत्थरबाज धर्मेंद सिंह लोधी के साथ उस घर में गए जहां उन्होंने अपना बालपन गुजराता है और यादें ताजा कीं।
मौसी ने तो कुछ लिया लेकिन दी पिथोन्नी
50 वर्ष पूर्व केंद्रीय मंत्री तेजगढ़ में जिस सगी मौसी के घर महीनो रहते थे वह काफी स्टूडियो का सामना कर रहे हैं। शौचालय, आवास भी उनके पास नहीं है क्योंकि वह पंचायत और शौचालय के लिए शौचालय का चक्कर लगा रहे हैं और उनकी गाथा भतीजा केंद्रीय मंत्री हैं।
अब तुलसाबाई के पीछे बड़े-बड़े नेता-अधिकारी घूम रहे हैं
तुलसाबाई ने ये सबसे छुपी कर रखी, सोमवार को जब बात ये भेद खुला तो अब तुलसाबाई के पीछे बड़े-बड़े नेता अधिकारी घूम रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने अपनी स्थिति का आकलन किया और तेंदू खिलाड़ियों को बुलाया और उनकी समस्या का समाधान करने के निर्देश दिये। क्षतिग्रस्त भवन निर्माण कंपनियों के लिए पैसा अफ़ार की तो उन्होंने साफ-साफ लांछन कर दिया और जब मंत्री जाने लगे तो उन्होंने स्थाई रूप से एक स्टॉल में कुछ सामग्री छोड़ दी।
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