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DAVV Aviation Course: डीएवीवी इंदौर जल्द शुरू करने जा रहा एविएशन का कोर्स, एमपी फ्लाइंग क्लब से हुआ कांट्रेक्ट

19 07 2024 davv aviation course news 2024719 151340

एविएशन क्षेत्र से जुड़ी सभी ट्रेनिंग अब इंदौर में ही मिल जाएगी। प्रतीकात्मक फोटो

HighLights

देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में डिप्लोमा इन कार्गो मैनेजमेंट 4 साल से जारी है। एमपी फ्लाइंग क्लब विद्यार्थियों को पायलट-कार्गो मैनेजमेंट की ट्रेनिंग भी देगा। शासन ने एविएशन इंडस्ट्री के लिए विद्यार्थियों को तैयार करने पर जोर दिया है।

DAVV Aviation Course: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। एविएशन इंडस्ट्री में भविष्य बनाने वाले इंदौरी युवाओं को अपने सपने साकार करने के लिए कहीं और जाने की जरूरत नहीं होगी। दिल्ली-मुंबई जाने के बजाय अब युवा अपने ही शहर में ग्राउंड स्टॉफ और कार्गो प्रबंधन का प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे।

आकाश छूने की ख्वाहिश इस एजुकेशन हब में पूरा करने का प्रयास देवी अहिल्या विश्वविद्यालय और एमपी फ्लाइंग क्लब के अनुबंध से संभव हो पा रहा है। सुनहरे भविष्य की चाह रखने वाले युवा इस इंडस्ट्री में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और डिग्री कोर्स कर करियर निखार पाएंगे।

इसके लिए रूपरेखा भी बन चुकी है। महीनेभर पहले प्रदेश सरकार ने एविएशन क्षेत्र में कोर्स शुरू करने के जो निर्देश दिए, उसके तहत यह अनुबंध हुआ। अब विश्वविद्यालय डिग्री कोर्स अक्टूबर तक शुरू करने पर जोर भी दे रहा है।

भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में शुरू होंगे ये कोर्स

शासन ने प्रदेशभर के उन विश्वविद्यालय और सरकारी कॉलेजों को पत्र लिखा। जहां से एविएशन से जुड़ी गतिविधियां संचालित होती हैं। इंदौर, भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर में कोर्स शुरू करने को कहा है। इसके लिए विश्वविद्यालय और कॉलेजों को एयरपोर्ट, विमानन कंपनियों और एविएशन इंडस्ट्री से एमओयू करने के निर्देश दिए हैं।

शासन ने एविएशन इंडस्ट्री के लिए विद्यार्थियों को तैयार करने पर जोर दिया है। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय को नोडल एजेंसी बनाया गया है। यहां तक कि कुलगुरु डॉ. रेणु जैन ने एविएशन से जुड़े कोर्स संचालित करने के लिए डॉ. प्रीति सिंह को नोडल ऑफिसर बनाया है।

एविएशन इंडस्ट्री में काम करने के इच्छुक युवाओं के लिए विश्वविद्यालय ने इसी सत्र से बीबीए-बीसीए एविएशन कोर्स का संचालन शुरू करने का फैसला लिया है। तीन दिन पहले डीएवीवी और एमपी फ्लाइंग क्लब के बीच करार हुआ है।

डीएवीवी की ओर से कुलगुरु डॉ. जैन और एमपी फ्लाइंग क्लब के मानद सचिव मिलिंद महाजन ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। डिप्लोमा और डिग्री सर्टिफिकेट कोर्स पहले चरण में शुरू होंगे। विश्वविद्यालय इन विद्यार्थियों को एविएशन इंडस्ट्री के बारे में बारीकी बताएगा।

क्लब की तरफ से विद्यार्थियों को पायलट-कार्गो मैनेजमेंट की ट्रेनिंग दी जाएगी। एमओयू पर हस्ताक्षर के दौरान डिप्टी रजिस्ट्रार रचना ठाकुर, पूर्व एचओडी डॉ. संजीव टोकेकर के अलावा एमपी फ्लाइंग क्लब से डायरेक्टर प्रदीप जोशी और केतन मोघे मौजूद थे।

सात दिन का ड्रोन पायलट प्रोग्राम

देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने सात दिवसीय ड्रोन पायलट सर्टिफिकेट कोर्स रखा है। तीन-तीन माह के एयरपोर्ट वेयर हाउस को-आर्डिनेटर, सेफ्टी क्रू और फ्लाइट लोड को-आर्डिनेटर, एयरलाइन रिजर्वेशन एजेंट और एयरलाइन कस्टमर सर्विस एक्जीक्यूटिव कोर्स भी संचालित होंगे।

अगले कुछ दिनों में इन कोर्स के सिलेबस पर काम शुरू होगा। इसके अलावा बीएससी एविएशन, बीबीए एविएशन मैनेजमेंट, एविएशन सीपीएल के चार वर्षीय कोर्स कर सकेंगे। केबिन क्रू फ्लाइट डिस्पेचर कोर्स, एविएशन सिक्योरिटी और एयरपोर्ट आपरेशंस भी हैं।

चार साल से चल रहा कार्गो मैनेजमेंट

विश्वविद्यालय में डिप्लोमा इन कार्गो मैनेजमेंट चार साल से चल रहा है। यह कोर्स दीनदयाल उपाध्याय केंद्र से संचालित हो रहा है। एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स में 12वीं पास विद्यार्थी प्रवेश ले सकते हैं। इन्हें स्टायपंड भी मिलता है।

युवाओं के लिए यह कोर्स

एविएशन में बीबीए और
 बीसीए कोर्स होगा शुरू। एविएशन के कई शॉर्ट टर्म प्रोग्राम भी होंगे संचालित। ग्राउंड स्टॉफ और 
कार्गो प्रबंधन का मिलेगा प्रशिक्षण।

मिलेगा प्रशिक्षित स्टॉफ

एविएशन सेक्टर में रोजगार के अवसर तेजी से बढ़े हैं। नए एयरपोर्ट खुलने के साथ ही कई एयरलाइंस कंपनियां आ चुकी हैं। मगर इन्हें प्रशिक्षित स्टाफ नहीं मिलता है। इसके चलते उन्हें पहले तीन से चार महीने की ट्रेनिंग देनी पड़ती है। परंतु यह कोर्स शुरू होने से एविएशन सेक्टर में प्रशिक्षित स्टाफ आसानी से मिल सकेगा। इस वजह से वेतन भी अच्छा मिलने की उम्मीद है। – मिलिंद महाजन, सचिव, एमपी फ्लाइंग क्लब

इंडस्ट्री से बुलाएंगे एक्सपर्ट

एविएशन क्षेत्र में नए कोर्स इसी सत्र से शुरू होंगे। विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में थ्योरी से जुड़ी कक्षाएं लगेंगी। इसके लिए इंडस्ट्री से कई एक्सपर्ट बुलाएंगे, जबकि प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के लिए क्लब ने जिम्मेदारी उठाई है। – डॉ. रेणु जैन, कुलगुरु, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय