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ब्यूरो का निशान-भरोसे की पहचान

ऑफ इंडिया स्टेंडडर्स के तहत आई.एस.आई. मार्क की पहचान संबंधी कार्यशाला कलेक्ट्रेट सभाकक्ष मुरैना में शुक्रवार को सम्पन्न हुई। कार्यशाला को उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय भारत सरकार के सहायक संचालक श्री गौरव जायसवाल ने संबोधित किया। इस अवसर पर जिला शिक्षाधिकारी श्री एके पाठक, फूड, पीओ डूडा, उद्योग विभाग के महाप्रबंधक, उद्यानिकी, महिला एवं बाल विकास विभाग, डीआर, ट्रायवल सहित अन्य विभागों के जिलाधिकारी उपस्थित थे। सहायक संचालक श्री गौरव जायसवाल ने बताया कि ब्यूरो का निशान-भरोसे की पहचान एक ऐसा शब्द है, इसे हर व्यक्ति को अपने संज्ञान में रखना होगा और मिलावट की सत्यता को जानने के लिये एप डाउनलोड करना होगा। उन्होंने कहा कि जैसे 24 कैरेट सोने की पहचान के लिये होल मार्क है तो सोना शुद्ध है। इस प्रकार की लोगों में धारणा बननी चाहिये, केवल आईएसआई मार्क देखने से कार्य नहीं चलेगा। उसके लिये एप पर जायें और उसकी सत्यता अवश्य देंखे। बीआईएस केयर एप : उपभोक्ता सशक्तिकरण का साधन सहायक संचालक श्री गौरव जायसवाल ने बताया कि लाइसेंस के विवरण सत्यापित करें, का उपयोग करके मुहर लगे उत्पाद की प्रामाणिकता की जांच करें। एचयूआईडी संख्या का सत्यापन करें, का उपयोग करके एचयूआईडी के साथ हॉलमार्क वाली ज्वैलरी की प्रामाणिकता जांच करें। किसी भी भारतीय मानक, इसके प्रति किसी लाइसेसों और इस उत्पाद के लिये प्रयोगशालाओं के बारे में जानकारी के लिये अपने मानक को जाने, का चयन करें। इसके माध्यम से बीआईएस के अनिवार्य प्रमाणन के अंतर्गत आने वाले उत्पादों और लाइसेंसो की सरलीकृत प्रक्रिया के तहत आने वाले उत्पादों तक भी पहुंच सकते है। अनिवार्य प्रमाणन स्कीम के अन्तर्गत आर नंबर सत्यापित करें, का उपयोग करके आर-नंबर वाले इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों की प्रामाणिकता की जांच करें। उत्पाद की गुणता के संबंध में शिकायत अथवा मुहर के दुरूपयोग के संबंध में शिकायत पंजीकृत करें।