मप्र लेाक निर्माण विभाग द्वारा २५ वर्ष पुराने ३०० ओवर ब्रिज, केबल स्टे ब्रिज, फुटओवर ब्रिज, रेलवे समेत अन्य पुलों के मजबूती की जांच की जा रही है। इससे बरसात में इनके क्षतिग्रस्त होने की गुंजाइश खत्म हो जाए। पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता ब्रिज संजय खांडे ने बताया कि २०२१ में आई बाढ़ और इससे हुए नुकसान को देखते हुए हमने पहले से ही ब्रज की तकनीकी खराबी को जांचने का काम शुुरु कर दिया है। अब तक १०० पुलों की जांच पूरी हो चुकी है, जबकि २०० अन्य पुलों की जांच की जा रही है। अधिकारियेां का कहना है कि सितम्बर २०२३ तक २५ वर्ष से अधिक पुराने सभी पुलों की जांच पूरी कर ली जाएगी। सके बाद यदि जरूरत पड़ी तो क्षतिग्रस्त हिस्से की मरमम्त कराई जाएगी।
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