मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के जन-कल्याण के लक्ष्यों को विकास यात्रा निरंतर पूरा कर रही है। संत रविदास जयंती 5 फरवरी से प्रदेश में शुरू हुई विकास यात्रा का आज 15वाँ दिन था। अब तक 4024 करोड़ 26 लाख रूपये के 20 हजार 676 विकास कार्यों का भूमि-पूजन और 2478 करोड़ 93 लाख रूपये के 27 हजार 421 विकास कार्यों का लोकार्पण किया जा चुका है। प्रदेश में चल रही विकास यात्रा में जन-प्रतिनिधि भी बड़ी संख्या में शामिल हो रहे हैं।
विकास यात्रा के दौरान जन-समुदाय से जन-प्रतिनिधियों द्वारा निरंतर संवाद किया जा रहा है। विकास यात्रा में प्राप्त आवेदनों में से अब तक 4 लाख 88 हजार 146 आवेदन स्वीकृत किये जा चुके हैं, जो कुल प्राप्त आवेदनों का 81 प्रतिशत है।
लगातार जारी है नवाचार
विकास यात्रा के दौरान जिलों में प्रशासन द्वारा जन-कल्याण के लिये नवाचार किये जा रहे हैं। इंदौर जिले में परिवार से उपेक्षित और निराश्रित मानसिक रूप से बीमार महिलाओं को समाज में मुख्य धारा से जोड़ने के लिये होम अगेन केन्द्र खोला गया है। इसकी जिम्मेदारी स्वयंसेवी संस्था को सौंपी गई है। बुरहानपुर जिले में जनजातीय कार्य विभाग तथा पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा संचालित छात्रावासों में बेहतर प्रबंधन के लिये कायाकल्प अभियान चलाया जा रहा है। अलीराजपुर जिले में मोतियाबिंद तथा दंतविहीन वयोवृद्ध नागरिकों का सर्वे किया जाकर रेडक्रॉस की मदद पहुँचाई जा रही है।
आगर-मालवा जिले में समग्र कार्ड बनाने और त्रुटि दूर करने के लिये विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसके साथ ही घुमक्कड़, अर्द्ध-घुमक्कड और विमुक्त जाति के व्यक्तियों के लिये आवश्यक प्रमाण-पत्र बनाये जा रहे हैं। जिले में हर स्कूल में पुस्तकालय खोले जाने के ठोस प्रयास किये जा रहे हैं। छात्रावासों में पढ़ने वाले छात्रों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिये शिविर लगाये जा रहे हैं। कटनी जिले में माँग प्राप्त होने पर 48 घंटे में खेल मैदान की स्वीकृति जारी की गई है। नगर निगम क्षेत्र कटनी में गंभीर और मध्यम कुपोषित बच्चों को एक सप्ताह की अवधि के लिये गोद लेकर 600 रूपये के फूड पैकेट वितरित किये जा रहे हैं। सतना जिले में शहीदों के परिजन और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का विकास यात्रा के दौरान सम्मान किया जा रहा है। दतिया जिले के नगरीय क्षेत्रों में कचरे पर चर्चा अभियान चला कर 3-आर रिड्यूज, रियूज, रिसाइकिल पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
देवास जिले में विकास यात्रा के दौरान ‘मेरा स्कूल-स्मार्ट स्कूल’ अभियान चला कर जन-सहयोग से 1700 प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में स्मार्ट क्लॉस बनाये जाने का लक्ष्य तय किया गया है। बैतूल जिले में खून की कमी (एनीमिया) को दूर करने के लिये 19 आयु वर्ग के सभी बच्चों की जाँच कर हेल्थ कार्ड तैयार किये जा रहे हैं।
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