मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सीएम यंग प्रोफेशनल्स फॉर डेवलपमेंट प्रोग्राम लोकतांत्रिक व्यवस्था में की गई महत्वपूर्ण पहल है। मध्यप्रदेश में युवाओं के सहयोग से सुशासन को जमीन पर लाने का कार्य किया जाएगा। पिछले एक वर्ष से इस दिशा में निरंतर कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज शाम रवीन्द्र समागम में सुशासन समागम कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मध्यप्रदेश में सुशासन के प्रयासों का विस्तार से उल्लेख किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने युवाओं के सवालों और उनकी जिज्ञासाओं का समाधान भी किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लोकतंत्र जनता का, जनता द्वारा और जनता के लिए शासन है। हमारा तंत्र काफी बड़ा है। योजनाएँ बनाना सरल है, लेकिन योजनाओं को पात्र लोगों तक पहुँचाने का कार्य विभिन्न कठिनाइयों से भरा है। इसमें कुछ लोगों द्वारा कोताही के कारण और लाभ उठाने की भावना से अनेक योजनाएँ जमीन पर नहीं उतर पाती। शासकीय तंत्र के अलावा युवा ऊर्जा का उपयोग कर योजनाओं के क्रियान्वयन को आसान बनाया जा सकता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि उनके मन में यह विचार आया है कि युवाओं के सहयोग से योजनाओं की जानकारी प्राप्त की जाए। युवा इस व्यवस्था के शासन के आँख और कान बन रहे हैं। युवाओं द्वारा दी गई जानकारियों के आधार पर जिलों की प्रातःकालीन बैठकें हुई हैं। सही व्यक्ति तक बिना कठिनाई के और बिना विलंब के योजनाओं का लाभ मिल जाए, यही सुशासन है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा युवाओं के लिए भी अनेक योजनाएँ बनाई गई हैं। व्यवहारिक जीवन में जनता के कष्ट देख कर अनेक योजनाएँ बनाई गई। लाड़ली लक्ष्मी योजना इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लाड़ली लक्ष्मी योजना प्रारंभ होने की प्रेरणा से लेकर उसके क्रियान्वयन और नए स्वरूप के बारे में विस्तार से बताया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने युवा उद्यमी योजना और अन्य योजनाओं का भी उल्लेख किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि युवाओं के विचारों को शामिल करते हुए नई युवा नीति को अंतिम रूप दिया जाएगा। आगामी 13 जनवरी को यह नीति सामने आएगी। इसके पूर्व विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में संगोष्ठी से युवा नीति पर विचार-विमर्श की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आग्रह किया कि इस नीति के निर्माण में अधिकाधिक युवा हिस्सा लें। युवाओं से व्यवहारिक जीवनको युवा नीति में शामिल कर क्रियान्वित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने युवाओं से संवाद करते हुए कहा कि उन्हें बचपन से ग्राम में नैसर्गिक रूप से प्रकृति प्रेम की शिक्षा मिली। खेलों के प्रकार भी प्रकृति से जुड़े थे। नर्मदा जी के किनारे विभिन्न खेल गतिविधियाँ होती थी। ग्रामीण श्रमिकों के मानदेय में वृद्धि के लिए उन्होंने पहला संघर्ष किया था। इसके बाद निरंतर सार्वजनिक जीवन में जनता के कल्याण को केंद्र में रखा।
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