पर प्रकाश डाला गया
- इलिनोइस ने अमजद के परिवार से मुलाकात की
- भाजपा के सहयोग अभियान के कारण बताए गए
- यूनिवर्स ने की स्पा और ती को निकालने की मांग
नईदुनिया प्रतिनिधि, शाजापुर : पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता यूक्रेनी सिंह ने शुक्रवार को मक्सी द्वीप और बुधवार की रात को अज्ञात में मृत अमजद के घर स्वजन से मिलकर सूर्योदय दी। स्वजन ने मामले की जानकारी दी। अवैध सिंह ने भाजपा के संस्थापक सदस्य के खिलाफ मामला उजागर किया। बोले- बीजेपी सदस्य बनो, नहीं तो गोली खाओ.
इधर, दूसरा दिन और बाज़ार शिक्षण संस्थान खुला नहीं है। अमजद के घर से इलिनोइस सिंह करीब एक किमी की पैदल दूरी तय कर रेस्ट हाउस से तय की। यहां उन्होंने मीडिया से बीजेपी नेताओं पर गंभीर आरोपों पर चर्चा की. बोले- बीजेपी सदस्य बनो, नहीं तो गोली खाओ. उन्होंने शाजापुर के एसपी और मक्सी थाना टीआई भीम सिंह पटेल को हटा दिया और मामले की रहस्यमय जांच की मांग की।
पैसा लेकर जासूस
प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवालिया निशान के खिलाफ आरोप लगाया गया कि आइडी पासपोर्ट के लिए जो पैसा लेकर जासूसी कर रहे थे, वह ध्रुव सक्सेना और बजरंग दल के लोगों के राष्ट्रद्रोह का कानून नहीं था। उनकी ज़मानत नीचे से नीचे दी गई और सरकार की ओर से अपील में भी शामिल नहीं किया गया। हम कहते हैं कि पाकिस्तान जाओ, मुझे कहते हैं, लेकिन हम तो नहीं गए, मोदीजी तो गए थे।
मक्सी उपद्रवियों ने लेकर कहा कि समीर नामक युवा दबाव में भाजपा चली गई और भाजपा के जो उल्टे-सीधे सिगरेट चला रहे हैं, उसमें शामिल हो गए। समीर ने अनीस से कहा- बीजेपी के सदस्य बन जाओ. उसने मना किया तो यह सब किया।
मैक्सी आने से लाभ की चाहत
असमंजस सिंह ने कहा कि मुझे पुलिस की तरफ से संदेश आया कि आप वहां मत जाइए। मैंने कहा कि क्यों न जाऊं, यहां बताया गया है कि वहां बहुत चिंताएं हैं। यहां तो मुझे कोई सामान नजर नहीं आता। ये लड़ाई हिंदू-मुसलमान के खिलाफ नहीं है, ये बीजेपी की दादागिरी के खिलाफ है। पुलिस बीजेपी के गुलाम की तरह काम कर रही है।
ये था मामला
बता दें कि सोमवार को एक ही समुदाय के दो निशाने पर विवाद हुआ था, हालांकि एफएआईआर में पुराने और लेन-देन के विवाद का जिक्र है, लेकिन समुदाय विवाद का कारण बीजेपी गठबंधन अभियान में मुस्लिम युवाओं के साथ वापसी करना शामिल है। के लोगों द्वारा बताया जा रहा है।
पुलिस ने एक पक्ष की शिकायत पर केस दर्ज किया था। इसे लेकर दूसरे पक्ष के लोग सहमत थे। इसके बाद रविवार की रात एक बार फिर दोनों पक्षों के लोग सामने आये। विवाद में गोली चलान, परिवर्तन हुआ। 40 साल पहले अमजद की मौत हो गई और आठ लोग घायल हो गए।