मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गोवर्धन पूजा, बोले- प्रकृति और पशुधन की प्रतिकृति की याद यह पर्व है

रिवाइवल भवन में गोवर्धन पूजा करते सीएम डॉ. मोहन यादव।

पर प्रकाश डाला गया

  1. भोपाल के रेस्तरां भवन में हुआ राज्य स्तरीय गोदाम पूजा कार्यक्रम।
  2. प्रदेश के सभी चमत्कारों में भी प्रमुख गिरजाघरों में कार्यक्रम आयोजित किये गये।
  3. सीएम मोहन यादव ने गोसेवा से कहा- यह हमारी संस्कृति का प्रतीक है।

नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। प्रदेश की मोहन सरकार गोवर्धन पूजा का पर्व पूरे उल्लास के साथ मना रही है। इस महोत्सव के अवसर पर शनिवार को राजधानी के रेस्तरां भवन में राज्य स्तरीय गोवर्धन पूजा कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री मोहन यादव शामिल हुए। सीएम ने रसेल भवन परिसर में वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच विधि-विधान के साथ भगवान गोवर्धन की पूजा-अर्चना की।

गोवर्धन पूजा कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के किले एवं बांध विकास मंत्री लाखन पटेल ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गोबर से निर्मित “राम दरबार” को अपना अभिनन्दन किया।

इस मशीन पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम के मंच से अपनी इच्छा में कहा कि गोवर्धन पूजा हमारी संस्कृति का प्रतीक है। हमारे किसानों की दीपावली तो गोवर्धन पूजा से ही शुरुआत होती है।

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पंचगव्य की प्रदर्शनी लगी

इस आयोजन में गोसंस्कृति, पर्यावरण के प्रदर्शन और स्वास्थ्य पर आधारित भव्यता पर केंद्रित प्रदर्शनी भी शामिल है। इस प्रदर्शनी में मुख्य रूप से पंचगव्य उत्पाद, गोशिल्प उत्पाद, कृषि आधारित उत्पाद और दैनिक उपयोग के उत्पादों के आर्थिक महत्व को दर्शाया गया है। सभी अवशेषों की एक प्रमुख गिरजाघर में भी गोवर्धन पूजा के कार्यक्रम हो रहे हैं।

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सीएम ने की गोसेवा

इससे पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आज सीएम हाउस में गौमाता की सेवा कर पूजा-अर्चना को मंजूरी दी और उनके प्रति अपनी श्रद्धा-भावना व्यक्त की। इस मौके पर उन्होंने प्रदेशवासियों को संदेश देते हुए कहा कि हमारी संस्कृति ‘उत्सव’ प्रधान संस्कृति है। हमारे वेदों में कहा गया है “गावो विश्वस्य मातरः” अर्थात् गाय संसार की माता है। प्रदेश सरकार गौवंश संरक्षण हेतु त्वरित गति से कार्य कर रही है। गोवर्धन पूजा का यह पर्व हमें प्रकृति और पशुधन के प्रति हमारी रचनात्मकता की याद दिलाता है।

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