मप्र भाजपा के प्रमुख बेंचमार्क को सत्य-संगठन की हिदायतें, पटैरिया, पाठक, विश्नोई सब लाइन पर छूट

मप्र में और भी कई नाम के भगवती सुर साधने में अजा भगत।

पर प्रकाश डाला गया

  1. उद्यम को सत्य-संगठन की हिदायतें
  2. सोशल मीडिया पर पार्टी फोरम पर बात न करें
  3. संगठन से लेकर सीएम तक सक्रिय

राज्य ब्यूरो, भोपाल : कानून-व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न अपनी ही सरकार को आदर्श तरीकों से बताए गए नामों को सत्ता और भाजपा संगठन की ओर से कड़ी चेतावनी दी गई है। दो दिनों के अंदर पांच-पांच की संख्या में अलग-अलग विषय पर कानून-व्यवस्था और अधिकारियों द्वारा अपनी अनदेखी को लेकर कहीं-कहीं बातें की गईं जो सोशल मीडिया पर वायरल हुईं। इससे राजनीति गर्म हो गई।

सत्य व संगठन की चेतावनी

कांग्रेस को भी इसके माध्यम से सरकार को घेरने का मौका मिला। इस कारण से सत्ता व संगठन ने इसे बेहद बेकार से ले लिया है। रिलेटिव्स को साफ चेताया गया है कि इस तरह की बातें सोशल मीडिया पर पोस्ट कर सरकार की किरकिरी न बंगला। आपकी बात प्रभारी मंत्री, अन्वेषक प्रदेश संगठन के माध्यम से। ऐसा नहीं करने वालों को विशिष्टता की पुष्टि की घोषणा की जाएगी।

पटैरिया ने त्यागपत्र वापस ले लिया

मध्य प्रदेश के सागर जिले के देवरी से भाजपा नेता बृजबिहारी पटैरिया को त्यागपत्र देना भारी पड़ गया। उनकी इस बातचीत को गुमनाम से लेते हुए बीजेपी संगठन ने वादा और चेतावनी दी कि त्यागपत्र स्वीकार कर लिया जाएगा। अनुदेशात्मक कार्रवाई भी की जाएगी।

इसके चालू होने के बाद ही पटैरिया के सुर बदल गए। उन्होंने सार्वजनिक रूप से स्वच्छता देते हुए कहा कि मुझे गोपनीयता में त्यागपत्र दे दिया गया था। संगठन, प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री सभी मेरे साथ हैं, उनकी विचारधारा का पालन किया जाता है। बता दें कि विधायक पटैरिया कांग्रेस से बीजेपी में आए हैं।

इसलिए कर रहे थे हड़ताल

वह केसली के सुपरमार्केट में ऑर्गेनिक्स डा. डिक जॉय पर एक व्यक्ति की मौत की रिपोर्ट में सर्पदंश से मौत की बात के लिए 40 हजार रुपये की मांग करने का आरोप लगाया गया था। किसानों के खिलाफ प्रदर्शन की मांग को लेकर उन्होंने थाना केसली में चार घंटे तक धरना दिया।

इसके बाद विधायक पटैरिया ने त्यागपत्र देने की बात कही थी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु शर्मादत्त ने बताया कि विधायक पटैरिया से रात में ही बातचीत हुई थी। अब सारा एपिसोड ख़त्म हो चुका है।

प्रमुख गोपाल टैगोर भी बोले-गेम बेल हो गए अधिकारी

रेहली के पूर्व विधायक एवं पूर्व मंत्री गोपाल टैगोर ने भी इस्तीफा दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी या डॉक्टर, उनकी ऐसी छुट्टी नहीं की जाएगी। बोले- अधिकारी बेलगाम हो गए हैं।

विधायक अजय विश्नोई को भी दी चेतावनी

पिछले दिनों मऊगंज के विधायक प्रदीप पटेल द्वारा यूपीपी के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई के मामले में भी भाजपा ने नामांकन लिया था। इस मामले को एक्स पर हवा देने के मामले में विधायक अजय विश्नोई को जबलपुर में प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने निर्देश दिए हैं।

असल में, दोषी प्रदीप पटेल संगीतकार अनुराग पैंडे के सामने दंडवत हो गए और कहा- तुम तो मुझे गुंडों से मरवा जाओ। इस पर अजय विश्नोई ने एक्स हैंडल पर लिखा था- ‘प्रदीप जी ने आपको सही सलामत उठाया है, लेकिन क्या करें शराब शोहदों के आगे पूरी सरकार ही खत्म हो गई है।

‘ अभिनेता संजय पहले बोले- मुझे खतरा, अब बोले- ऐसा कुछ नहीं

कटनी जिले के विजयराघवगढ़ के विधायक संजय पाठक ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताने के बाद अब कहा कि मुझे किसी भी तरह का कोई खतरा नहीं है। मध्य प्रदेश में कानून व्यवस्था अच्छी है। यहां मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव के नेतृत्व में बच्चा-बच्चा सुरक्षित है। मुझे किसी भी प्रकार का कोई खतरा नहीं है।

कांग्रेस का बीजेपी पर हमला

जब जनसंपर्क की यह स्थिति है तो जनता की पीड़ा समझ में आ सकती है, विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रतिपक्ष विपक्ष सिंघाड़ एक्स ने पोस्ट किया है कि प्रदेश सरकार इन दिनों अजीब मुश्किल में है। उसे अपने घर से ही शाह मिल रही है। कलाकार बजबिहारी पटैरिया, प्रदीप पटेल, अजय विश्नोई, गोपाल टैगोर, प्रदीप लारिया, संजय पाठक से लेकर मंत्री कैलाश विजय वर्गीय पार्टेरिया तक के लोग शामिल हो रहे हैं। जब भाजपा नेता ही ऐसी याचिका कर रहे हैं तो जनता की पीड़ा को समझा जा सकता है। सरकार का मुखिया ड्राई हो तो अविनाशी प्रभुत्व ही होता है।

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