मप्र का मौसम: प्रदेश में मजबूत वेदर सिस्टम एक्टिव, रीवा-सागर समेत 17 जिलों में भारी बारिश की आशंका

कई इलाकों में भी बारिश की संभावना के साथ गार्गर-चमक भी मौजूद है। कैनवा एआई द्वारा निर्मित छवि

पर प्रकाश डाला गया

  1. उत्तर- पूर्वी मध्य प्रदेश में सोमवार से वर्षा प्रारंभ होगी
  2. रीवा, शहडोल और सागर में बारिश की संभावना
  3. गार-चमक के साथ फूल बहादर की संभावना

नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल: गहरा अदब का क्षेत्र कोलकाता के पास बना हुआ है। मौसम विज्ञान के अनुसार इसका प्रभाव सोमवार से लेकर उत्तर-पूर्व मध्य प्रदेश तक पर पड़ता है। रीवा, शहाडोल और सागर के मुख्यालयों में भी जगह-जगह भारी वर्षा हो सकती है। शेष क्षेत्र में भी गेर-चमक के साथ हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। उधर, रविवार को साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक अलास्कापुरम रीवा में तीन और दमोह में एक रेडियोधर्मिता हुई।

मौसम प्रणाली

मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, वर्तमान में कोलकाता के पास गहरा अवदाब का क्षेत्र बना हुआ है। द्रोणिका द्रोणिका जयपुर, पठारी, अंधेरी, बलिया से गहरे अवध के क्षेत्र से बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है।

उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश एवं वहां लगे उत्तराखंड पर हवा के ऊपरी भाग में एक समुद्री मील बना हुआ है। गुजरात पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक समुद्री मील मौजूद है। पाकिस्तान के आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ द्रोणिका के रूप में बनी है।

मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि गहरे मौसम से क्षेत्र में काफी धीमी गति से बढ़ोतरी हो रही है। मंगलवार को इस मौसम प्रणाली के कुछ रेखांकन के साथ ही झारखंड और दूसरे उत्तरी छत्तीसगढ़ तक पहुंच के आसरे हैं।

रीवा, शहडोल एवं सागर में वर्षा

हालांकि सोमवार से रीवा, शहडोल और सागर प्रभारियों के बीच भारी से मध्यम बारिश का असर होने की संभावना है। प्रदेश के शेष क्षेत्र में भी ग्रे-चमक के साथ-साथ भारी-भरकम बाढ़ आ सकती है। मंगलवार से प्रदेश में वर्षा के क्षेत्र में कुछ और तेजी आने की भी संभावना है।

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