बीएमएचआरसी के डाक्टरों ने 64 वर्षीय गैस पीड़ित महिला का निश्शुल्क हार्ट वाल्व किया रिपेयर

अस्‍पताल में सर्जरी के दौरान च‍िक‍ित्‍सकों की टीम।

HighLights

64 वर्षीय महिला लम्‍बे समय से रुमैटिक हार्ट बीमारी से पीड़ित थी माइट्रल वाल्व डिसीज अक्सर रुमैटिक फीवर की वजह से होती हैमरीज अब स्वस्थ है और उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।

भोपाल। भोपाल स्मारक अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र (बीएमएचआरसी) में हार्ट वाल्व से संबंधित बीमारियों के मरीजों के लिए हार्ट रिपेयर सर्जरी शुरू हो गई है। हाल ही में अस्पताल के कार्डियो-थोरासिक एवं वस्कुलर सर्जरी विभाग के डाक्टरों ने एक 64 वर्षीय गैस पीड़ित महिला का निश्शुल्क हार्ट वाल्व रिपेयर किया गया। मरीज अब स्वस्थ है और उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।

बीएमएचआरसी के सीटीवीएस विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर डा. गिरिराज गर्ग ने बताया कि यह महिला रुमैटिक हार्ट नामक बीमारी से पीड़ित थी, जिसके कारण उन्हें चलने-फिरने पर सांस फूलती थी। अस्पताल में हुई जांच में यह पता चला कि महिला के हृदय में स्थित माइट्रल वाल्व सिकुड़ गया है, जिसकी वजह से हार्ट में रक्त का प्रवाह बाधित हो रहा है। सर्जरी के माध्यम से ही इस समस्या को ठीक किया जा सकता था।

आपरेशन के दौरान हार्ट का वाल्व देखकर यह तय किया कि वाल्व बदलने के बजाय रिपेयर करना अच्छा विकल्प है। उन्होंने बताया कि वाल्व रिप्लेसमेंट के बाद मरीज को लंबे समय तक खून पतला करने की दवाएं खाना पड़ती हैं, जबकि वाल्व रिपेयर प्रक्रिया में मरीज की दवाओं पर निर्भरता कम हो जाती है, हार्ट रिपेयर प्रक्रिया में इन्फेक्शन का खतरा कम होता है और मरीज को बार—बार इलाज के लिए अस्पताल नहीं आना पड़ता।

अधिक अनुभव और कौशल की आवश्यकता

डा. गर्ग ने बताया कि वाल्व रिप्लेसमेंट के मुकाबले वाल्व रिपेयरमेंट करना कठिन काम है। इसमें समय अधिक लगता है, और इसे करने के लिए लंबा अनुभव और विशेष कौशल की आवश्यकता होती है। इसी वजह से अस्पतालों में वाल्व रिपेयरमेंट के मुकाबले वाल्व रिप्लेसमेंट सर्जरी ज्यादा होती है।

वाल्व के कार्य और खराब होने के कारण

हमारे हृदय में चार वाल्व एकोटिक, माइट्रल, पल्मोनरी, ट्राइकस्पिड वाल्व होते हैं। ये सभी वाल्व रक्त को सही दिशा में प्रवाहित करते हैं। हर वाल्व में फ्लैप होते हैं, जो हर बार दिल की धड़कन के साथ खुलते और बंद होते हैं। अगर वाल्व फ्लैप ठीक से खुलता या बंद नहीं होता है, जिसे वाल्व में खराबी आना कहते हैं। इन्फेक्शन होना, अधिक उम्र, हार्ट अटैक या कोई हार्ट डिजीज की वजह से वाल्व खराब हो जाते हैं। माइट्रल वाल्व डिसीज अक्सर रुमैटिक फीवर की वजह से होती है।

इनका कहना है

वाल्व रिपेयरमेंट सर्जरी जटिल होती हैं, और इसके लिए विशेष दक्षता की आवश्यकता होती है। बीएमएचआरसी में यह सर्जरी शुरू हो गई है। इससे हार्ट वाल्व की बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को फायदा होगा।

-डा. मनीषा श्रीवास्तव, प्रभारी निदेशक, बीएमएचआरसी भोपाल

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