पर प्रकाश डाला गया
- खंडवा में 55 साल पुरानी बस्ती से की थी निशानदेही
- केस की शिकायत शिकायत में करने पर लड़की को जला दिया गया
- 27 प्रतिशत से अधिक ज्वालामुखी पर पुनर्विचार किया गया था
नईदुनिया प्रतिनिधि, खंडवा। अपनी आस्था से सगाई करने वाले को सजा के लिए आवाज देने वाली संस्था को जस्टिस की आस में जान से हाथ का कपड़ा पहनाया गया। घर के बैलेंस में ही उसे पेट्रोल स्टैमिनालिटी के अंतिम संस्कार की कोशिश के बाद छह दिन तक मौत का सामना करना पड़ा, लेकिन बेबस सिस्टम की तरह ही भगवान भी उसकी मदद नहीं कर सका।
सात अक्टूबर को शहर के नासिक क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव में कथित तौर पर फूफा के एक 19 वर्षीय सोयायट कोय से लेइयंटर लाल छत्रे को खेत में ले जाया गया। इससे पहले कुंठित सिटी ने पुलिस में याचिका कर आदेश दिया था कि 1998 में दिलवाने की कड़ी सजा सुनाई गई थी, तो आरोपियों के बेटे अर्जुन छत्रे ने दूसरे दिन यूनिवर्सिटी के घर के आंगन में उसे ही पेट्रोल बिल्डिंग में जला दिया था।
करीब 27 प्रतिशत जंगली जानवरों को जिला अस्पताल के बाद उनके निवास स्थान पर वापस भेज दिया गया। इंदौर में छह दिन के इलाज के बाद गुरुवार की रात बिल्कुल टूट गया।
उस घर में लड़की नहीं वह क्या जाने दर्द
कलाकार की मां और पिता अपनी बेटी की मौत से टूट गए हैं। लड़की की मां का कहना है कि जिस घर में बहू बेटी नहीं है, वह बेटी की तरह है और उसका दर्द क्या समझेगा। ईश्वर ने बेटे को नहीं दी बेटी मेरी बेटी से मारपीट करने वाले और उसकी जान लेने वाले को फाँसी की सज़ा मिलनी चाहिए। देश व समाज की अन्य बेटियों की सती व जान से दोस्ती का कोई मतलब नहीं।
अवास्तविकलाल और दोनों बेटों पर हो सीक्वल एक्शन
यहां के पिता का कहना है कि अपराधियों को दोषी करार देते हुए उनके एक अन्य बेटे पर भी कड़ी कार्रवाई की जा रही है। एडोरट एमवाय हॉस्पिटल में शुक्रवार को शव गांव में अंतिम संस्कार के बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा।
आँखों से झलकती रही बेबसी, चाह कर भी कुछ बोल ना
कास्ट की मां ने बताया कि लड़की का गला, दोनों हाथ और सीना ज्यादा जला था। गले में सूजन की वजह से वह कुछ बोल भी नहीं पा रही थी। आँखों से उसकी बेबसी झलक रही थी, जैसे वह कुछ कहना चाहती हो लेकिन वह अपने दिल की बात भी नहीं बताती। गुरुवार दोपहर दो बजे से ही उसकी आपत्तियां जारी की जा रही थीं।
एमवाय हास्पिटल में उसे स्थान दिया गया था। बताया गया है कि उसके गले में संक्रमण बढ़ने से सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। रविवार को सोसायटी में आइसीयू से सामान्य वार्ड में सुधार की कार्रवाई की जा रही थी।
55 साल के पिता ने फिर से की हत्या
नासिक क्षेत्र में 19 वर्ष की आयु में 55 वर्ष के अवकाशप्राप्त लाल चत्रे ने सात अक्टूबर को अंडों की थाह ली थी। उन्हें पुलिस ने संदिग्ध बेटे अर्जुन और रोहित छत्रे को गिरफ्तार करते हुए 11 अक्टूबर को उनके स्वजन से विवादित करार दिया था।
दूसरे दिन 12 अक्टूबर को अर्जुन ने पेट्रोल डाल कर जिंदा जलाने का प्रयास करने का दावा करते हुए पुलिस और मजिस्ट्रेट को दिया था। युवती पर आरोप लगाते हुए उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। मौत के बाद पुलिस हत्या का प्रकरण दर्ज करने की तैयारी कर रही है।