भोपाल : शुक्रवार, जनवरी 12, 2024
सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह ने कहा है कि दिव्यांगजनों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए आमजन के साथ स्वयं सेवी संस्थाओं को प्रोत्साहित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य शासन अपनी योजनाओं के माध्यम से इस वर्ग को आगे लाने को कार्य कर रही है लेकिन सामाजिक भागीदारी से लक्ष्य को आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने यह बात सामाजिक न्याय दिव्यांगजन कल्याण संचालनालय के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में कहीं। कार्यक्रम में निर्धन वर्ग सामान्य जनकल्याण आयोग के अध्यक्ष श्री शिवकुमार चौबे, मध्य प्रदेश परशुराम बोर्ड के अध्यक्ष श्री विष्णु राजोरिया, प्रमुख सचिव श्री सचिन सिन्हा, आयुक्त श्री ई. रमेश कुमार सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि मध्य प्रदेश देश के चुनिंदा राज्यों में है जिनमें सामाजिक न्याय और दिव्यांग कल्याण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सन् 2006 से प्रारंभ की गई मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह योजना देश की एक आदर्श योजना बनी। इसके आधार पर अन्य राज्यों ने भी इस तरह की विवाह योजनाओं में प्रारंभ की गई। श्री कुशवाह ने कहा कि दिव्यांगजनों में प्रतिभा की कमी नहीं है आवश्यकता है उनको उचित अवसर मुहैया कराया जाने की है। दिव्यांगजन प्रतिभा को आगे लाने के लिए समाज की भागीदारी अति आवश्यक है। इस क्षेत्र में सामाजिक संस्थाएं बेहतर कार्य कर सकती हैं, संस्थान द्वारा उल्लेखनीय काम किये भी जा रहे हैं। उन्होंने मध्य प्रदेश में दिव्यांग-जनों के लिए सुगम वातावरण निर्माण के क्षेत्र में देश में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को बधाई दी। श्री कुशवाहा ने दिव्यांगजनों के लिए खेल गतिविधियों को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता भी जमाई। उन्होंने कहा कि देश का पहला दिव्यांगजन खेल परिसर का निर्माण ग्वालियर में किया गया है, यह भी विभाग की बड़ी उपलब्धि है।
कार्यक्रम में विभिन्न संस्थाओं के मुक-बधिर बच्चों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम के अंत में विभाग से संयुक्त संचालक के पद पर सेवानिवृत हुई श्रीमती राज्यश्री राय संयुक्त संचालक को भी प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया