पर प्रकाश डाला गया
- एमपी नगर क्षेत्र में हुई घटना का वीडियो वायरल।
- भाजपा नेताओं की दलील, पक्षपापूर्ण कार्रवाई का किया विरोध।
- ननि के फैसले से नाराज अमले ने लगाया आरोप।
नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। शहर के एमपी नगर इलाक़े में स्थित एक मॉल के सामने से हटाई गई नगर निगम के अमले से एक भाजपा नेता ने बदालुकी की और उन्हें धमकाया। इतना ही नहीं, बीजेपी नेता ने गुस्से में एक कर्मचारी का मोबाइल भी हाथ से छीनकर सड़क पर पटकते हुए तोड़ दिया। गुरुवार को हुई इस घटना का वीडियो शुक्रवार को इंटरनेट मीडिया पर बहुप्रसारित हुआ।
इस वीडियो में बीजेपी भोपाल बिजनेसमैन प्रताप मंडल के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह सहायक प्रभारी प्रतेश गर्ग के साथ अभद्र व्यवहार करते नजर आ रहे हैं और कर्मचारियों पर रोष की मांग करते हुए खतरा दे रहे हैं। उन्होंने वीडियो में जांच अधिकारी से कहा- ‘तुम्हारे बस का है तो पता चलेगा। तीसरा ‘नहीं मैं कौन हूं’? इतना ही नहीं वे एक स्टाफ का मोबाइल पटकते हुए नजर आ रहे हैं। अहम ये है कि इतना बड़ा विवाद हुआ, लेकिन अब तक इस मामले पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
इस संबंध में नगर निगम के अपर कमिश्नर वरुण मार्टिन का कहना है कि हमारे पास किसी का लिखित प्रतिवेदन नहीं आया है। भारतीय रिजर्व बैंक के शेयरधारकों ने बताया कि भाजपा नेताओं को काफी देर तक डिकॉय के बाद मामला शांत हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि हम अलौकिक एक्शन कर रहे हैं, उद्देश्य कुछ नहीं है।
इस संबंध में भाजपा नेता राजेंद्र सिंह का कहना है कि सिर्फ लोगों पर ही फिल्म के नाम पर कार्रवाई हो रही है। जिस इलाके में नगर निगम की टीम ने टेप हटा दिए थे, वहां कांग्रेस के नेताओं की गाड़ियां भी रहती थीं, लेकिन उन्हें हटाया नहीं जा रहा था। निगम के अधिकारियों ने इस विवाद को लेकर माफिया से मांग की है, जबकि एमपी नगर के विवाद को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री को भी मंजूरी दी गई है।