चंबल के ‘शौक’ ने महाराजपुरा एयरफोर्स स्टेशन की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई

महाराजपुर एयरबेस पर मिल रही है संत। फ़ाइल फ़ोटो

पर प्रकाश डाला गया

  1. रनवे सहित एयरफोर्स स्टेशन परिसर में गिरती हैं बंदूक की गोलियां!
  2. सेना ने की थी मांग-एकक्लास डिवीजन में हर्ष फायर पर प्रतिबंध लगाया जाए।
  3. विशिष्ट दृष्टि से महत्वपूर्ण है एयरबेस, यहां स्थित हैं लड़ाकू विमान।

वरुण शर्मा, नईदुनिया। चंबल के लोगों के बंदूक रखने और फर्म के शौक़ीन ने देश के महत्वपूर्ण एयरबेस स्थित महाराजपुरा एयरफ़ोर्स स्टेशन की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। हर्ष फायर यानी खुशी के मौके पर गोली चलाने का नया नुकसान सामने आया है।

हाल ही में एयरफोर्स स्टेशन के अधिकारियों ने सूची जिला प्रशासन को सूचित किया कि रनवे पर मैटेलिक सामग्री (धातु की गोलियाँ) मिली हैं। यहां महत्वपूर्ण साजो-सामान के साथ सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण सामान रखे जाते हैं और लड़ाकू विमान के टुकड़े होते हैं।

हर्ष फायर साबित हो सकता है खतरा

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आसपास के क्षेत्र में हर्ष फायर के बाद जमीन पर वापस आने वाली गोलियों के लिए खतरे की आशंका हो सकती है। एयरफोर्स स्टेशन के वाइस कमांडर ने जिला प्रशासन को विस्तृत प्रतिवेदन अधिकारियों और एयरफोर्स स्टेशन के एक्जाम में हर्ष फायर पर प्रतिबंध की मांग की। बता दें, समुद्र तटों में एयरफोर्स स्टेशन की सीमा से लगे क्षेत्र में कई कॉलोनियां बन गई हैं।

भिंड-मुरैना से आए इन लोगों में से कई लोगों के लाइसेंस पासी बंदूकें हैं। एयरफोर्स स्टेशन के आस-पास की आबादी के साथ ही डेरेशिया गार्डन, होटल और मंगल कार्यों के लिए काफी जगहें बनी हुई हैं। खतरा यह है कि यहां हर्ष फायर की गोलियां एयरफोर्स स्टेशन परिसर में ग्राहकों को गिरती रहेंगी।

जिला पुलिस प्रशासन ने यहां हर्ष फायर पर रोक लगाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। डेसिग्नेश गार्डन्स में हर्ष फायर प्रतिबंधित है, बस यह बोर्डकर की भूमिका पूरी तरह से ली जाती है।

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सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है एयरबेस

महाराजपुरा एयरबेस सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। साल 2019 में हुई बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान सबसे जरूरी एयरबेस से भी दुश्मन विमान भेजा गया था। इस केंद्र-एशियाई लेबल की डैग फाइट को भी पहचानने के लिए है।

स्टेशन देश के तीन चुनिंदा एयरबेस में भारत शामिल है, जहां विमानों के लड़ाकू विमानों के सबसे अनुभवी पायलटों में सिर्फ एक प्रतिशत पायलटों को एयर कैमबैट का उन्नत प्रशिक्षण दिया जाता है। यहां राफेल से लेकर सुखोई, मिराज, मिग-21 लड़ाकू विमानों का प्रशिक्षण पायलटों को दिया जाता है।

महाराजपुरा एयरफोर्स स्टेशन के अधिकारियों के प्रतिवेदन में परिसर की सुरक्षा पर ध्यान देते हुए जिले के संपूर्ण राजस्व सीमा में हर्ष फायर को प्रतिबंधित किया गया है। एयरफोर्स स्टेशन के आसपास हर्ष फायर पर निगरानी रखने वाले पुलिस और सहायक अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। रुचिका चौहान, नामांकित, नामांकित व्यक्ति

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