पर प्रकाश डाला गया
- सिक्के और तुअर की खेती के बीच खेती, गिरफ़्तारी गिरफ़्तारी।
- रसगांगली सालई कुंडी फलिया में कार जब्त, कीमत 75 लाख।
- मुखबिर की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई।
नईदुनिया प्रतिनिधि, खरगौन। अवैध मादक पदार्थ (गांजे) की खेती करने वालों के खिलाफ “प्रहार” अभियान के तहत पुलिस ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। जिले के बिस्टान थाना क्षेत्र के रसगांगली सलाई कुंडी फलिया के खेत में कपास और तुअर की फसल के बीच नशे की खेती होती है। यहां किसानों ने 620 गांजे के उपाय बताए थे। कटिंग की तो 14 अनमोल 26 रिज़ॉर्ट की कीमत 75 लाख से अधिक है। एक अपराधी को गिरफ्तार किया गया है।
एसपी धर्मराज मीना ने बताया कि 16 अक्टूबर 2024 को पुलिस को सूचना से सूचना मिली कि थाना बिस्टान क्षेत्र के ग्राम रसगांगली सालई कुंडी फलिया में सामीलाल नीया श्यामलाल के खेत में कपास व तुअर की फसल के बीच बड़ी मात्रा में अवैध घी सामग्री गांजे के पौधे हैं। मुखबिर की सूचना पर वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया गया और छापेमारी के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया।
पुलिस टीम द्वारा एस्कॉर्ट के नेतृत्व में समीलाल नीयन श्यामलाल के खेत पर घेराबंदी कर दी गई। समीलाल नी श्यामलाल से गांजे की खेती करने के संबंध में दस्तावेज में कोई दस्तावेज या वैध लाइसेंस नहीं बताया गया है। पुलिस ने समीलाल नी श्यामलाल के खेत से कुल अवैध गांजे के 620 हरे उपाय कुल वजनी 14 नाबालिग 26 ग्राम को मंजूरी दी।
पुलिस टीम ने थाना बिस्टान के खिलाफ क्राइम रैंक 290/24 धारा 8/20 डीएस पीएससी एक्ट का पंजीबद्ध कर विवरण तैयार कर लिया है। एसपी ने टीम को 10 हजार प्रति शेयर की घोषणा की है।
प्रोडक्शन एसोसिएशन भीकनगांव राकेश आर्य के नेतृत्व में सहायक बिस्टन इलापसिंह मुजाल्दे, प्रभारी प्रभारी जैतपुर उनि सुदर्शन कुमार के नेतृत्व में उनि रामजीलाल डुडवे, उनि सुदामा मोरे, सउनि राजेश दिनकर, सतीशसिंह कुशवाह, मुकेश यादव, विष्णु जामरे, विनायक राजावत, अमित उपाध्याय, अनिल वास्केल, दीपक सोनी आदि शामिल रहे।
पुलिस ने रात में सामान दी, कटाई में कई घंटे लगे
अपराधियों ने शेडो एरिया (कोई नेटवर्क नहीं) के पहाड़ी क्षेत्र में अवैध गांजे के उपाय रखे थे। यहां अपराधियों का घर खेत तीन ओर से पहाड़ और एक तरफ से तालाब से घिरा हुआ है। पानी की आपूर्ति के लिए एडवांस्ड ड्रिप वॉटर सिस्टम को मंजूरी दी गई थी। गांजे के नारियल के जड़ाटो के आसपास सफेद मिट्टी खाद भी डाली गई थी। ऑफिसियल को उखाड़ने में कई सिपाहियों को कई घंटों तक कड़ी मेहनत करनी पड़ी।