ईवी नीति: मप्र सरकार की ईवी पालिसी से 31 हजार से अधिक की हिस्सेदारी

(फ़ाइल फ़ोटो)

पर प्रकाश डाला गया

  1. 31 हजार से ज्यादा ईवी सामिल के डेकोर में रजिस्ट्रेशन हो चुका है।
  2. राज्य सरकार की नई ईवी पलिसी में बिक्री में तेजी आएगी।
  3. पीथमपुर, सांवेर रोड पर कपड़ा बनाने वाले उद्यम।

नईदुनिया प्रतिनिधि, प्रतिनिधि : प्रदेश सरकार की ईवी पालसी से इंदौर में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) की बिक्री में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। वर्तमान में 31 हजार से अधिक वाहन इंदौर में अब तक पंजीकृत हो चुके हैं। प्रदेश में छूट नहीं मिलने के कारण ईवी सोसायटी की बिक्री कम हो रही थी। अब राज्य की नई ईवी पालीसी बनने जा रही है। ग्रांट की घोषणा की जा सकती है।

गुजरात, महाराष्ट्र समेत कुछ अन्य राज्य इलेक्ट्रिक सोसायटी को बढ़ावा देने के लिए अपने दायरे पर छूट दे रहे हैं। इस कारण उत्तर प्रदेश में ईवी नेवी ने तेजी से गति पकड़ी, मध्य प्रदेश को छूट नहीं दी गयी। अब इंवेस्टर स्टेट नई ईवी पैलिसी बन रही है, जिसमें अनुदान दिए जाने की घोषणा की गई है।

इससे एडोवर का ईवी और बाजार एटमोमोबाइल में हिस्सेदारी है। पीथमपुर और सांवेर रोड औद्योगिक क्षेत्र में बड़े पैमाने पर ईवी के पार्ट बनाने वाली कंपनियां हैं। अब उम्मीद है कि नई पालिसी के बाद इंदौर व पीथमपुर में ईवी के उत्पादन की नई इकाइयां स्थापित हो सकती हैं।

31 हजार से ज्यादा डोपहिया

  • शहर में ईवी सोसायटी की संख्या 31 हजार पार पहुंच गई है।
  • 19 हजार से ज्यादा ईवी डोपहिया गाड़ियां सड़कों पर दौड़ रही हैं।
  • कार की बात करें तो उनकी संख्या भी 1100 के पार पहुंच गई है।
  • ई-कैरिप्शन 8000 के करीब हैं। ई-कैरिकैट कैट की संख्या 1525 है।
  • तीन यात्री यात्रियों की संख्या भी 547 के करीब हो गई है।
  • 70 ई-बेसन भी शहर में दौड़ रहे हैं।
  • मोटर केब की संख्या भी 40 है.

Keep Up to Date with the Most Important News

By pressing the Subscribe button, you confirm that you have read and are agreeing to our Privacy Policy and Terms of Use